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सूखी आंख (ड्राई आई) क्या है? Dry Eye Kya Hai?

व्यक्ति आंखों में सूखापन यानी “ड्राई आई सिंड्रोम” विकसित कर सकता है, जब उसकी टीयर ग्लैंड्स आंखों के उचित ल्यूब्रीकेशन के लिए पर्याप्त आंसू पैदा नहीं कर पाती हैं।

“सूखी आंखों” की समस्या के कारण व्यक्ति की आंखें बैक्टीरिया से होने वाले आंखों के इंफैक्शन के प्रति ज़्यादा सेंसिटिव हो जाती हैं।

किसी व्यक्ति की आंखों का अच्छा स्वास्थ्य लैक्रिमल ग्लैंड्स द्वारा छोड़े गए आँसुओं पर निर्भर करता है। चिकित्सा स्थिति का यह रूप ज्यादातर बड़े लोगों में पाया जाता है, क्योंकि उनकी आँखें कभी-कभी एक डिग्नेरेटिव प्रोसेस से गुजरने लगती हैं।

dry eyes

सूखी आंखों (ड्राई आईज़) के रिस्क – Dry Eyes Ke Risk

  • सूखी आंखों की समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए और इसके परिणामस्वरूप गंभीर कॉम्प्लिकेशन्स हो सकती हैं।

  • जब “लैक्रिमल ग्लैंड्स” पलकों को पर्याप्त मात्रा में चिकनाई प्रदान नहीं कर सकती हैं, तो किसी भी प्रकार का वायरस या बैक्टीरिया आई ग्लैंड में प्रवेश कर सकता है और आंखों में संक्रमण का कारण बन सकता है।

  • सूखी आंखों से कुछ बैक्टिरियल आई इंफैक्शन आंखों में खुजली और लालपन का कारण बनते हैं और कुछ “आई स्टाई” के विकास का भी कारण बन सकते हैं।

  • यदि इस चिकित्सा स्थिति का जल्दी इलाज नहीं किया जाता है, तो व्यक्ति को कई गंभीर आंखों की बीमारी हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप दृष्टि हानि भी हो सकती है।

सूखी आंखों (डाई आईज़) के लक्षण – Dry Eyes Ke Lakshan

“सूखी आँखों” की समस्या, शुरुआती स्टेज में हानिकारक नहीं होती है, लेकिन अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो समय के साथ-साथ अन्य आंखों की बीमारियों की होने की संभावना अधिक हो जाती है। सूखी आँखों के कुछ प्रमुख लक्षणों के बारे में नीचे बताया गया है, जैसे-

Stinging eyes
Stinging or Burning eyes
excessive tearing
Excessive Tearing
Sandy eyes
Sandy or Gritty Sensation
Blurred Vision
Episodes of Blurred Vision
redness
Redness in eyes

सुस्त आंखें (Lethargic eyes)

जब कोई व्यक्ति या तो अपने कंप्यूटर पर काम कर रहा होता है या कोई किताब पढ़ रहा होता है, तो उसकी आँखों में थकान महसूस होने लगती है। इस लक्षण के परिणामस्वरूप भविष्य में सूखी आंखों का विकास हो सकता है और ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आंखें पूरी तरह से आराम नहीं कर पाती हैं जो कि उनके बेहतर कामकाज के लिए आवश्यक है।

धुंधली दृष्टि (Blurry vision)  

एक अच्छी दृष्टि व्यक्ति को अपने आसपास की सुंदरता को देखने में मदद करती है। लेकिन धुंधली दृष्टि की स्थिति में व्यक्ति अपने आसपास को बहुत ही धुंधले ढंग से देखता है। क्योंकि उसकी आंखें पूरी तरह से फोकस नहीं कर पाती हैं, इसलिए उसे सिरदर्द और आंखों में तेज दर्द होने लगता है।

लाइट से ज़्यादा सेंसटिविटी (Extreme sensitivity to light)

अगर कोई व्यक्ति लाइट के प्रति ज़्यादा सेंसटिविटी का अनुभव करना शुरू कर देता है, तो उसे तेज़ सिरदर्द भी हो सकता है, जिसे “माइग्रेन” भी कहा जाता है।

  1. कॉन्टैक्ट लेंस पहनते समय एक व्यक्ति असहज महसूस कर सकता है।
  2. उसे “डबल विज़न” की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में व्यक्ति को एक ही वस्तु के डबल दिखाई देने लगती है।
  3. वह अचानक अपनी आंखों में “म्यूकस स्ट्रिंग” की उपस्थिति महसूस करना शुरू कर सकता है।
  4. आंख में बाहरी पदार्थ होने के कारण उसकी आंखों में खुजली हो सकती है।

सूखी आंखों (ड्राई आईज़) के कारण – Dry Eyes Ke Kaaran

सूखी आंखें (ड्राई आई) कई बीमारियों के कारण हो सकती हैं जैसे कि रुमेटोइड अर्थराइटिस, स्जॉगरेनस सिंड्रोम, थायरॉयड डीज़ीज़ और ल्यूपस।

Digital eye strain
Digital Eye Strain
allergies
Eye Allergies
contact lenses
Contact Lenses
medications
Certain Medications
aqueous deficiency
Aqueous tear deficiency
meibomian gland dysfunction
Meibomian Gland Dysfunction

आंखों का तनाव (Eye Strain)

जब कोई व्यक्ति लगातार अपनी आंखों पर बहुत अधिक दबाव डालता है, तो उसकी आंखें खराब हो सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई दृष्टि समस्याएं हो सकती हैं, जैसे “सूखी आंखें।”

कॉन्टैक्ट लेंस का ज़्यादा प्रयोग (Overuse of contact lenses)

अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक “कॉन्टैक्ट लेंस” का उपयोग करना शुरू कर देता है, तो उसकी आंखों में कई तरह के आई इंफैक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है, जिसके परिणामस्वरूप कभी-कभी थोड़ी या पूरी दृष्टि हानि हो सकती है।

ब्लेफेराइटिस (Blepharitis)

ब्लेफेराइटिस के कारण व्यक्ति को सूखी आंखों की समस्या भी हो सकती है। यह एक चिकित्सीय स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को अपनी पलकों में जलन महसूस होने लगती है, जिसका परिणाम आंखों की पलकों पर पड़ता है।

कुछ दवाएं (Certain medications)

अगर कोई व्यक्ति हाई ब्लड प्रेशर के लिए ड्यूरेटिक्स (पानी की गोलियां), हृदय की समस्याओं या हाई ब्लड प्रेशर के लिए बीटा-ब्लॉकर्स, एलर्जी और सर्दी की दवाएं (एंटीहिस्टामाइन), नींद की गोलियां, एनेक्ज़ाइटी और एंटीडीप्रेसैंट दवाएं जैसे कुछ प्रकार की दवाएं लेना शुरू कर देता है, तो “सूखी आँखों” के लक्षण विकसित होने की संभावना अधिक होती है।

आंखों की सर्जरी (Eye Surgery)

यदि किसी व्यक्ति ने “आंख में रिफरैक्टिव एरर्स” के इलाज के लिए सर्जिकल प्रक्रिया (लैसिक) की है, तो उसे “ड्राई आई” सिंड्रोम होने की संभावना ज़्यादा है।

सूखी आंखों (ड्राई आईज़) का उपचार – Dry Eyes Ka Upchar

सूखी आंखों (ड्राई आईज़) के इलाज के लिए कई घरेलू उपचार या उपाय किए जा सकते हैं, जैसे-

ल्यूब्रिकेशन आई ड्रॉप्स (Lubrication eye drops):

व्यक्ति को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसकी आँखों को उचित कार्य करने के लिए पर्याप्त ल्यूब्रिकेशन प्राप्त हो रहा है। व्यक्ति कुछ फार्मास्यूटिकल दवाएं जैसे कोलिनेर्जिक लेना शुरू कर सकता है, जो आंखों में आँसू के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करती है। ये दवाएं कई रूपों में उपलब्ध हैं जैसे “आई ड्रॉप्स, पिल्स या जेल”। इन दवाओं को केवल आंखों के डॉक्टर की सलाह के बाद ही लिया जाना चाहिए।

दवा लें (Take medication):

एक आई स्पेशियलिस्ट किसी व्यक्ति को “आंखों में सूजन” को रोकने के लिए कुछ एंटीबायोटिक्स की सलाह दे सकता है। “सूजन” आई ग्लैंड्स को आंसुओं में तेल छिपाने के लिए सीमित करने के लिए काफी हद तक जिम्मेदार है।

गर्म कपड़े का प्रयोग करें (Use warm cloth):

सूजन के खतरे को कम करने के लिए व्यक्ति गर्म पानी में रूई का एक टुकड़ा रखकर और धीरे से आंखों पर रखकर अपनी आंखों को साफ कर सकता है।

आंखों की सुरक्षा करें (Wear eye protective):

किसी भी बाहरी चीज़ को आंखों में प्रवेश करने से रोकने के लिए व्यक्ति सुरक्षात्मक चश्मा (प्रोटेक्टिव ग्लासेस) पहनना शुरू कर सकता है।

बार-बार हाथ धोएं (Wash hands often):

किसी भी प्रकार के बैक्टिरियल इंफैक्शन को फैलने से रोकने के लिए व्यक्ति को अपनी आंखों को छूने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना चाहिए।

विटामिन लें (Take vitamins):

व्यक्ति को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके भोजन में पर्याप्त विटामिन ए, बी 12 और डी शामिल हैं। क्योंकि इन तीनों विटामिनों को आंखों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्यापक रूप से महत्वपूर्ण माना गया है।

सूखी आंख (ड्राई आई) सर्जरी ऑप्शन्स – Dry Eye Surgery Options

अगर घरेलू उपचार या दवा आपकी सूखी आँखों का इलाज करने में कामयाब नहीं होते हैं, तो आपको सूखी आँख की सर्जरी करने की सलाह दी जा सकती है। प्रीऑपरेटिव असेसमेंट के बाद डॉक्टर मरीज़ को निम्नलिखित ऑप्शन दे सकता है, जैसे-

पंक्चुअल प्लग्स (Punctal plugs)

ड्राई आई सिंड्रोम उपचार के हिस्से के रूप में इस आंख की स्थिति के कुछ गंभीर मामलों में पंक्चुअल प्लग्स की आवश्यकता होती है। पंक्चुअल प्लग्स एक छोटा बायोकंपैटिबल डिवाइस होता है, जिसे टियर डक्ट में डाला जाता है ताकि ड्रेन्ज को ब्लॉक किया जा सके और आँसू को तेजी से बहने से रोका जा सके।

इंटेंस प्लग्ड लाइट (आईपीएल) सर्जरी (Intense Pulsed Light (IPL) surgery)

प्लग्ड लाइट (आईपीएल) सर्जरी एक सुरक्षित और प्रभावी उपचार है, जिसे मेइबोमियन ग्लैंड डिसफंक्शन (एमजीडी) को ठीक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो एवापोरैटिव ड्राई आई का मूल कारण है। एमजीडी के मरीज़ों में मेइबोमियन ग्लैंड्स एल्टर्ड फैट/ऑयल से बंद हो जाती हैं जिसके परिणामस्वरूप टियर फिल्म अस्थिर हो जाती है और एवापोरेशन हो जाता है जिससे सूखी आंख हो जाती है। आईपीएल सर्जरी के तहत इस क्लॉगिंग को खोला जाता है।

फोटोरिफ्रेक्टिव केराटोटॉमी, पीआरके (Photorefractive Keratotomy, PRK)

पीआरके चश्मे को हटाने के लिए एक लेज़र प्रक्रिया है जिसमें शुरू में कोई कॉर्नियल फ्लैप नहीं उठाया जाता है और कुछ डॉक्टरों का मानना ​​​​है कि यह लेसिक सर्जरी के बाद सूखी आंख की समस्याओं को कम करता है।

सूखी आंख (ड्राई आई) आईपीएल सर्जरी प्रक्रिया – Dry Eye IPL Surgery Prakriya

आईपीएल सर्जरी एक सुरक्षित 5 मिनट की प्रक्रिया है। आईपीएल प्रक्रिया के दौरान आंखों के आसपास की स्कीन को साफ किया जाता है। स्कीन पर एक जेल लगाया जाता है जिस पर लाइट की फ्लैश एप्लाई होती है।

 

सर्जन एक हैंडहेल्ड डिवाइस का उपयोग करते हैं जो एफैक्टेड स्कीन वाली जगह पर लाइट की कई वेवलैंथ को टार्गेट करता है। इंटेंस पलस्ड लाइट इंस्ट्रयूमेंट्स द्वारा लाइट एमिटेड स्कीन में सैल्स को गर्म करता है और धीरे-धीरे उन्हें तोड़ देता है।

 

फिर लाइट शरीर को डैमेज टीश्यू को स्वाभाविक रूप से निकालने की अनुमति देती है। मामले के आधार पर मेबोमियन ग्लैंड्स को किसी भी रुकावट को रिलीज़ करने/ सीमित करने में मदद करने के लिए व्यक्त किया जाता है।

 

अनुकूल परिणामों के लिए मरीज़ों को तीन उपचारों की आवश्यकता होती है, आमतौर पर एक महीने के बाद भी लेकिन कुछ मरीज़ों को और भी महीनों की आवश्यकता हो सकती है।

सूखी आंखों (ड्राई आईज़) के उपचार के लिए बेस्ट आंखों के हॉस्पिटल – Dry Eyes Ke Upchar Ke Liye Best Aankhon Ke Hospital 

भारत में एम्स, शंकरा नेत्रालय, एलवीपीईआई और आईमंत्रा जैसे ड्राई आई उपचार और सर्जरी के लिए सबसे अच्छे नेत्र अस्पतालों में से एक हैं। आईमंत्रा सूखी आंखों के उपचार में सबसे आगे है और इसके डॉक्टरों द्वारा अब तक 10,000 से अधिक आंखों का ऑपरेशन किया जा चुका है।

 

विशेष दृष्टिकोण के साथ लेटेस्ट आईपीएल टेक्नोलॉजी, दिल्ली और अन्य शहरों में हमारे टॉप आई सर्जनों द्वारा ड्राई आई आईपीएल सर्जरी के बाद सबसे अधिक लाभकारी परिणाम देती है। आज ही हमारे एक्सपर्ट ड्राई आई डॉक्टर से सलाह लें।

Our Team

Doctor Shweta Jain
Dr. Shweta Jain
Cataract, Retina, Glaucoma, LASIK
Dr. akansha
Dr. Akanksha Gautam
Retina Specialist
Dr. Surbi Taneja
Dr. Surbi Taneja
Cataract, Retina, Glaucoma, LASIK
Dr. Harleen
Dr. Harleen Kaur
Cataract, Retina, Glaucoma, LASIK

सूखी आंखों (ड्राई आईज़) के लिए सुविधाएं

पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

कंप्यूटर से चलने वाली जीवनशैली, प्रदूषण और कई अन्य कारकों के कारण आज की जेनरेशन के बीच सूखी आंखें (ड्राई आई) एक आम समस्या है। अन्य समस्याएं जो सूखी आंखों के साथ हो सकती हैं वे हैं-

 

  • आँखें लाल होना
  • जलन
  • आँखों में बाहरी वस्तु का अहसास
  • लाइट से सेंसटिविटी
  • अत्यधिक आंसू

नहीं, सूखी आंखें (ड्राई आई) होना कोई गंभीर स्थिति नहीं है। हालांकि, इससे आंखों में सूजन, कॉर्नियल सर्फेस एबरैशन, कॉर्नियल अल्सर हो सकता है। कभी-कभी ड्राई आईज़ लाइफ क्वालिटी में भी कमी ला सकती हैं, जैसे कि आपको पढ़ना या कंप्यूटर पर काम करने में मुश्किल हो सकती है।

हाँ। सूखी आंखों (ड्राई आईज़) के संभावित कारणों में से एक डीहाईड्रेशन है। इसलिए खूब पानी पीने से आपकी आंखों को थोड़ी राहत मिल सकती है। आंखों को लुब्रिकेट करने के लिए आप आई ड्रॉप्स या आर्टिफिशियल टीयर्स पर भी विचार कर सकते हैं। यह आंख में मौजूद किसी भी बाहरी चीज़ को भी साफ कर देगा।

आप कुछ उपायों को अपनाकर सूखी आंखों से बच सकते हैं, जैसे-

 

  • बहुत ज़्यादा एयर मूवमेंट वाले स्थानों पर न जाएं
  • अपने कमरे में ह्यूमिडिफायर रखें
  • अपनी आंखों को थोड़ा आराम दें
  • सिगरेट के धुएं से बचें
  • आँखों को ठन्डे पानी से धोएं

सूखी आंखों (ड्राई आईज़) का इलाज करने के लिए विटामिन और मिनिरल्स से भरपूर पौष्टिक भोजन करें। आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आपको खाने में हरी पत्तेदार सब्ज़ियां, मछली, नट्स और बीन्स को शामिल करना चाहिए।

सूखी आंखें आमतौर पर दोनों आंखों में होती हैं, लेकिन एक आंख में भी ऐसा हो सकता है। कभी-कभी ऐसा हो सकता है कि एक आंख में दूसरे की तुलना में अधिक लक्षण हों, लेकिन दोनों आंखें वास्तव में सूखी हों।

ड्राई आईज़ एक टेम्प्रेरी कंडिशन भी हो सकती हैं और लंबे समय तक रह सकती हैं। इसके उपचार से आपके लक्षण बेहतर हो सकते हैं लेकिन यह कभी भी पूरी तरह से दूर नहीं होता। इसलिए आंखों के स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की सलाह दी जाती है।

लगातार उपवास करने से हमारे पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन मात्रा में कम हो जाता है। इसलिए आंखों की मसल्स और टीयर ग्लैंड के एक्टिव फंक्शनिंग को सुनिश्चित करने के लिए हमारे शरीर द्वारा आवश्यक पोषक तत्वों की कमी ड्राई आईज़ का कारण है। टीयर फिल्म का प्रोटीन पैटर्न बदल जाता है। इसलिए इसके परिणामस्वरूप मॉइस्ट लेयर की कमी होती है और डाई आईज़ हो जाती हैं।

भारत में कई अच्छे ड्राई आई सर्जन हैं। आईमंत्रा में कुछ टॉप ड्राई आई डॉक्टर/सर्जन हैं। डॉक्टर श्वेता जैन भारत में बेस्ट ड्राई आई सर्जनों में से एक हैं। डॉक्टर श्वेता जैन ने अब तक 1000 से अधिक ड्राई आई सर्जरी सफलतापूर्वक की हैं। आईमंत्रा ड्राई आई सर्जरी के परिणाम कई लोगों के लिए बेहतर साबित हुए हैं। ड्राई आई सर्जरी के बाद कई मरीज़ों को बेहतर उपस्थिति और बेहतर आई ल्युब्रिकेशन का अनुभव होता है।

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