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फेको एक कॉमन मोतियाबिंद सर्जरी है, मोतियाबिंद हटाने के लिए हम कॉर्निया में 5 एमएम का चीरा लगाते हैं और लेंस को तोड़ने के लिए अल्ट्रासाउंड वेव यूज़ करते हैं। इसी प्रोसेस को फेकोइमल्सीफिकेशन सर्जरी कहते हैं। इस प्रोसीजर में हम मोतियाबिंद को छोटे टुकड़ों में तोड़ने के लिए 3.2 एमएम का बारीक़ चीरा लगाते हैं, ताकि मोतियाबिंद को तोड़कर आंख से निकाल लिया जाए। इस प्रक्रिया में कोई आंख में इंजेक्शन नहीं लगता, कोई टांके नहीं आते, कोई दर्द नहीं होता, और कोई पट्टी नहीं की जाती।
यदि आप फेको सर्जरी कराने के बारे में सोच रहे है और फेको सर्जरी की कीमत के बारे में जानना चाहते है तो इस ब्लॉग में हम फेको सर्जरी से जुड़े आपके सभी सवालों का जवाब देंगे। साथ ही सर्जरी के बारे में आपको विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।
फेको सर्जरी पर विचार करते समय, अधिकांश व्यक्तियों के लिए प्राथमिक चिंताओं में से एक लागत है। हालाँकि, मूल मूल्य निर्धारण संरचना को समझने से निर्णय लेने की प्रक्रिया आसान और अधिक पारदर्शी हो सकती है। यहाँ एक सरल विवरण है:
बेसिक सर्जिकल कॉस्ट: आमतौर फेको सर्जरी की लागत लगभग 15,000 से शुरू होती है। इसमें सर्जिकल प्रक्रिया, सर्जन की विशेषज्ञता और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग थिएटर शुल्क शामिल हैं।
प्रयुक्त लेंस का प्रकार: इंट्राओकुलर लेंस (आईओएल) का चुनाव समग्र लागत पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। अलग-अलग लेंस अलग-अलग दृश्य आवश्यकताओं को पूरा करते हैं और अलग-अलग कीमत के साथ आते हैं:
अतिरिक्त लागत: हालाँकि लेंस का प्रकार एक प्रमुख कारक है, लेकिन विचार करने के लिए अन्य लागतें भी हो सकती हैं, जैसे सर्जरी से पहले परामर्श, पोस्ट-ऑपरेटिव दवाएं और फॉलो-अप विजिट।
चिकित्सा प्रक्रियाओं के वित्तीय पहलुओं को समझना कठिन हो सकता है, लेकिन विकल्पों को समझने से राहत और स्पष्टता मिल सकती है। आइए देखें कि फेको सर्जरी की लागत को कवर करने में बीमा और विभिन्न वित्तपोषण विकल्प कैसे भूमिका निभा सकते हैं।
अगर इसके बाद भी आपको पैसो की बहुत किल्ल्त है या आप पूरा पैसा एक साथ नहीं दे सकते हैं तो हम आई मंत्रा में आपको ईएमआई (EMI) ऑप्शंस भी प्रोवाइड करते हैं इसकी मदद से आपको पूरी पेमेंट एक बारी में नहीं देनी पड़ती बल्कि आप 6 से 9 महीने की छोटी-छोटी इन्सटॉलमेंट में पेमेंट करके अपनी सर्जरी करवा सकते हैं।
संक्षेप में, जैसे-जैसे प्रौद्योगिकी विकसित होती है, वैसे-वैसे प्रक्रियाएँ भी विकसित होती हैं, जो रोगियों को फेको सर्जरी जैसे प्रभावी और न्यूनतम इनवेसिव समाधान प्रदान करती हैं। मोतियाबिंद वो कंडीशन है जिसमें हमारी आंख का लेंस नेचुरल लेंस क्लॉउडी हो जाता है, जिसकी वजह से हमें धुंधला दिखाई देने लगता है। तो इस कंडीशन में कैटरेक्ट सर्जरी कराना काफी जरूरी हो जाता है। अगर आप भी मोतियाबिंद से परेशान हैं और आपको भी धुंधला दिखाई देता है तो EyeMantra पर मोतियाबिंद सर्जरी के लिए अभी अपनी निःशुल्क अपॉइंटमेंट बुक करें- 9711116605