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कॉन्टैक्ट्स और चश्मे में से आपके लिए क्या सही है, यह उसके कारकों पर निर्भर करता है, जिसके प्रश्न का उत्तर लेना कोई आसान काम नहीं है। कॉन्टैक्ट लेंस और चश्मे में से दोनों ही आपकी आंखों से जुड़ी समस्याओं जैसे नज़दीकीपन, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य को ठीक करने का काम करते हैं। सिर्फ एक ऑफ्थामोलॉजिस्ट ही यह बता सकता है कि आपकी दृष्टि में कितने सुधार की ज़रूरत है, क्योंकि यह आपकी आंखों की गंभीरता और दृष्टि हानि पर निर्भर करता है।
चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस में से आपके लिए क्या बेहतर है?
इसका उत्तर आपके द्वारा किए जाने वाले रोजाना किये जाने वाले काम, व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और जोखिम तत्व से निपटने की आपकी काबिलियत के हिसाब से होता है। कॉन्टैक्ट लेंस में इंफेक्शन होने के चान्सेज़ ज़्यादा होते हैं, जबकि चश्मा आपको आंंखों से जुड़ी किसी भी तरह बीमारी और आंख की चोट से बचा सकता है। चश्मे के लिये किसी देखभाल की ज़रुरत नहीं होती है, लेकिन लेंस को हमें थोड़े समय के बाद बदलना ज़रूरी होता है, इसलिए कॉन्टैक्ट लेंस के मुकाबले चश्मे ज़्यादा किफायती होते हैं। आपको दोनों में से किसी भी विकल्प को चुनना आपके ऊपर है, लेकिन इसके बारे में बेहतर सुझाव के लिए हमेशा आंखों के अस्पताल से सलाह लें।
कॉन्टैक्ट लेंस क्या है? Contact Lens Kya Hai?
कॉन्टैक्ट लेंस एक पतला और घुमावदार लेंस है। इसे आंसुओं की फिल्म पर फिट किया जाता है, जिससे यह आपकी आंख के हिस्से को ढकता है। लेंस अपने आप में स्वाभाविक रूप से स्पष्ट है, लेकिन प्याज के छिलके की तरह रंग का सबसे छोटा रंग दिया जाता है, ताकि इसे पहनना आसान हो सके। इनका इस्तेमाल ज्यादातर युवा और वयस्क करते हैं, जबकि आमतौर पर बुज़ुर्गों द्वारा यह इस्तेमाल किए जाते हैं।
आईग्वेलासेज़ एक फ्रेम हैं, जिसमें कांच या प्लास्टिक के 2 भाग होते हैं। इन्हें रिफरेक्टिव त्रुटियों को ठीक करने के लिए लेंस में डाला गया है। रिफरेक्टिव त्रुटियों में दूर देखने में दिकक्त यानि मायोपिया और नज़दीक से देखने यानि हाइपरोपिया की दिक्कत हो सकती है। चश्मा आंख के कॉर्निया और लेंस में फोकस करने की शक्ति को जोड़कर या घटाकर काम करता है।
कॉन्टेक्ट लेंस | चश्मा |
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सही और प्राकृतिक दृष्टि के लिए आंखों पर पहना जाता है। | आपकी आंख और लेंस के बीच की दूरी कभी-कभी दोष उत्पन्न करती है। |
फोकस में मौजूद आपका पूरा देखने का क्षेत्र खेल और ड्राइविंग में बेहज ज़रूरी है, क्योंकि आपको चारों तरफ देखने की होता है। | दृष्टि का निचला घेरा (साइड)। |
कॉन्टैक्ट के साथ कोई परेशान करने वाली रूकावट या रिफ्लेक्शन नहीं दिखाई नहीं देते हैं। | फ्रेम और लेंस एज के बारे में लगातार एहतियात लेंस के पिछले हिस्से को भी दिखाती है। |
इसमें कोई वजन, बढ़ती बेचैनी नहीं होती और ना ही कोई फ्रेम लगातार आपकी नाक से नीचे खिसकता है। | आपके चेहरे और कानों पर दबाव। चक्रीय करने या किसी अन्य एडजस्टमेंट के लिए कहता है। |
कॉन्टैक्ट धुंधले नहीं होते और हर तापमान में एक जैसे रहते हैं। | तापमान में अंतर के साथ चश्मा धुंधला हो जाता है। |
कोई गड़बड़ी नहीं, यह कॉन्टैक्ट लेंस को एथलीटों में तरजीर देता है। | खेल और खेल खेलते समय चश्मा एक रूकावट है। दौड़ते समय चश्मे के टूटने का डर लगा रहता है |
कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वालों के लिए स्टाइलिश, यूज़फुल, किफायती धूप के चश्मे की एक पूरी भरमार है। | चश्मा पहनने वालों के लिए स्टाइलिश और उचित गैर-प्रिस्क्रिप्शन धूप का चश्मा एक विकल्प नहीं है। |
कॉन्टैक्ट आपके द्वारा पहनी जाने वाली हर चीज़ से तालमेल खाते हैं। | चश्मे का इस्तेमाल आपको आपके पहनावे के मुताबिक करना पड़ता है। जैसे- हो सकता है कि कैजुअल फ्रेम हर पार्ट ड्रेस के साथ अच्छे न लगें या आपको हर आउटफिट के लिए अलग रंग के चश्मों की जरूरत होगी। |
कॉन्टैक्ट लेंस से आपकी आंखों में उतावलापन और धुंधली दृष्टि नहीं आएगी। | बारिश और बर्फ पड़ने जैसे मौसम में चश्मे के इस्तेमाल से आपको काफी दिक्कतें हो सकती हैं। |
कॉन्टैक्ट लेंस
चश्मा
कॉन्टैक्ट लेंस
अगर आप रोज़ाना कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो उनकी लागत चश्मे से ज़्यादा हो सकती है। आप हर 6 से 12 महीने में कॉन्टैक्ट लेंस खरीदकर पैसे बचा सकते हैं। ऐसे में इस बात का खास ध्यान रखें कि अप-टू-डेट प्रिस्क्रिप्शन के लिए अपने ऑफ्थामोलॉजिस्ट से संपर्क करें। अपने ऑप्टोमेट्रिस्ट से कहें कि वह आपको अलग-अलग सैंपल को आजमाने दें, जब तक आपको अपने लिए सही कॉन्टैक्ट लेंस न मिल जाए। कॉन्टैक्ट लेंस आंखों में जलन पैदा कर सकते हैं, इसलिए किसी भी कॉन्टैक्ट लेंस को खरीदने या आजमाने से पहले एक बार अपनी आंखें नेत्र चिकित्सक से ज़रूर जांच करवाएं।
चश्मे की कीमत बहुत ज़्यादा नहीं होती और यह आसानी से मिल जाते हैं, जो एक सदाबहार प्रोडक्ट है, लेकिन यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है कि आप कौन सा प्रोडक्ट खरीदते हैं। कॉन्टैक्ट लेंस तकनीक में हुए सुधार ने इसे इस्तेमाल करने वालों पर गहरा प्रभाव डाला है। ज़्यादातर लोग कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, फिर भले ही वह चश्मा पहनते हों, क्योंकि लेंस पहनने से आपकी दृष्टि में सुधार तो होता ही है, साथ यह ज़्यादा स्टाइलिश भी दिखते हैं।
कोई भी लेंस खरीदने से पहले हम आपको अपने ऑप्टिशियन से बात करने की सलाह देते हैं कि आपको किस पॉवर के लेंस की ज़रूरत है, इसलिए कॉन्टैक्ट्स या चश्मा पहनना पूरी तरह से आपकी खुद की पसंद है। कुछ लोग कॉन्टैक्ट और चश्मा दोनों पहनना पसंद करते हैं। कॉन्टैक्ट लेंस चश्मे का एक विकल्प है, लेकिन इनका इस्तेमाल आपकी आंखों की समस्याओं और आंखों की ज़रूरत पर निर्भर होता है। इसे ठीक से समझने का सबसे अच्छा तरीका इन्हें खुद पर आज़मा कर देखना है।
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