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दृष्टि स्पष्टता (विज़न क्लेरिटी) में सुधार कैसे करें? Drishti Spashtata (Vision Clarity) Mein Sudhar Kese Karein?

दृष्टि स्पष्टता (विज़न क्लेरिटी) क्या है? Drishti Spashtata (Vision Clarity) Kya Hai?

हम अपने दैनिक जीवन में अलग-अलग गतिविधियाँ करते हैं जो स्पष्ट दृष्टि रखने में बाधा बन जाती हैं। हम घंटों कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बिताते हैं। इसके अलावा हम बहुत सारे जंक फूड खाते हैं जो निश्चित रूप से आपकी आंखों के साथ-साथ आपकी दृष्टि (विज़न) को भी प्रभावित करता है। हर कोई अपनी रोज़ की दिनचर्या में व्यस्त रहता है और इन समस्याओं पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है जो स्वास्थ्य में बहुत अधिक खर्च करने वाले होते हैं। यह आदत आंखों के लिए स्वस्थ नहीं है क्योंकि दृष्टि स्पष्टता (Vision Clarity) के लिए उन्हें पूरी देखभाल और पोषण की आवश्यकता होती है।

साथ ही सूरज की किरणें आंखों के लिए ज्यादा अच्छी नहीं होती हैं। बहुत अधिक यूवी एक्सपोजर से आपको मोतियाबिंद और मैक्युलर डिजनरेशन जैसी आंखों की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। जब आपको आंखों से जुड़ी कोई गंभीर समस्या दिखे, तो उस आंखों के अस्पताल में जाएं जहां सबसे अच्छा आंखों का डॉक्टर हो।

हर किसी को साफ दृष्टि की आवश्यकता होती है ताकि आपकी आंखें ठीक से देख सकें और इसके लिए आपको कुछ टिप्स को फॉलो करने की आवश्यकता है जो आंखों की स्पष्टता बनाए रखने में मदद करती हैं।

दृष्टि स्पष्टता (विज़न क्लेरिटी) में सुधार के लिए टिप्स – Drishti Spashtata (Vision Clarity) Mein Sudhar Ke Liye Tips

दृष्टि स्पष्टता (Vision Clarity) में सुधार के लिए 11 टिप्स इस प्रकार हैं-

कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद लें (Have 6-8 Hour Of Sleep)

नींद की कमी या थकान के कारण दृष्टि कमजोर हो जाती है। ध्यान केंद्रित करने में परेशानी और दूसरी आंखों की बीमारीयां जो 6 से 8 घंटे की कम नींद से हो सकती हैं, वह हैं आंखों में ऐंठन, सूखी आंखें, आंखों में खुजली और आंखों में लालपन भी। पूरी 8 घंटे की नींद आपकी आंखों और स्वास्थ्य को स्वस्थ रहने में मदद करेगी और अगली सुबह आप एक्टिव महसूस करेंगे। दृष्टि स्पष्टता में उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है जो नींद की कमी के कारण दिन-प्रतिदिन बदलते रहते हैं। यदि आपको अचानक दृष्टि की हानि, डिस्टॉर्डेट विज़न या खालीपन जैसी कोई आंख की समस्या होती है, तो सीधे अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ (ऑप्थेलमोलॉजिस्ट) से मिलें।

धूप का चश्मा पहने (Wear Sunglasses)

बढ़ी हुई अल्ट्रावाइलेट रेडिएशन एक्सपोजर यानी सूर्य की किरणें रेटिना को नुकसान पहुंचा सकती हैं। यह आपको मोतियाबिंद या ग्लूकोमा जैसी कुछ मुख्य आंखों की समस्याओं के खतरे में डाल देता है। नुकसान से बचने के लिए धूप में बाहर जाते समय यूवी-ब्लॉकिंग सनग्लासेज पहनना ज़रूरी है। यहां तक ​​कि आपको ऐसे धूप का चश्मा भी चुनना चाहिए जो यूवीए और यूवीबी दोनों किरणों के 99 से 100% को ब्लॉक करता हो। यदि आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं, तो ब्रांडेड लेंस चुनें, जिसमें यूवी प्रोटेक्शन शामिल हो, इससे सुरक्षा की एक लेयर जुड़ सकती है। सभी प्रकार के एक्यूव्यू (Acuvue) और J&J ब्रांड के कॉन्टैक्ट लेंस में यूवी प्रोटेक्शन होता है।

तनाव मुक्त रहें (Stay Stress-Free)

हमारी आंखें हमारे दिमाग से जुड़ी होती हैं, इसलिए जो कुछ भी हमारे दिमाग के अलग-अलग हिस्सों को प्रभावित करता है, वह हमारी दृष्टि में रुकावट डाल सकता है। बेहतर होगा कि आप तनाव मुक्त रहें और अपने दिमाग को शांत रखें। इसके लिए ध्यान और सांस लेने के अलग-अलग व्यायाम करें।

तनाव धुंधली दृष्टि को बढ़ा सकता है और आप एक दृष्टि समस्या का अनुभव करेंगे, जो अधिक तनाव उत्पन्न करती है। जब आपको तनाव होता है, तो पुतलियाँ फैल जाती हैं जिससे अतिरिक्त प्रकाश आंख में प्रवेश कर जाता है जो किसी की दृष्टि के साथ टकराव कर सकता है। ज़्यादा रोशनी धुंधलापन पैदा कर सकती है। व्यायाम, ध्यान, गहरी सांस लेकर और पौष्टिक आहार लेकर आप अपने तनाव पर काबू पा सकते हैं।

आंखों के तनाव से बचें (Avoid Eye Strain)

धुंधली दृष्टि कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का एक सामान्य संकेत है। कंप्यूटर/लैपटॉप या डिजिटल स्क्रीन देखने में अक्सर आंखों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। डिजिटल स्क्रीन के अधिक उपयोग से धुंधली दृष्टि हो सकती है। किसी भी चीज़ को लगातार देखने के बाद आंखें बंद करके नियमित ब्रेक ज़रूर लें। अपनी आंखों को लुब्रिकेट करने के लिए उन्हें बार-बार झपकाएं लेकिन स्क्रीन पर देखते समय कम झपकाएं।

पुराने कॉन्टैक्ट लेंस कभी न पहनें (Never Wear Old Contact Lenses)

आमतौर पर एक दिन का कॉन्टैक्ट लेंस दूसरे दिन पहनना सुरक्षित लगता है लेकिन एक ही लेंस को दो दिन से ज्यादा पहनने से इंफेक्शन का खतरा रहता है। कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर सोने और दूसरों के साथ उन्हें शेयर करने या हर हफ्ते कॉन्टैक्ट लेंस न बदलने से आंखों की बीमारियों और संक्रमण का खतरा अधिक होता है।

अपनी आंखों के लिए अच्छा भोजन करें (Eat Well For Your Eyes)

आंखों को स्वस्थ रखने और स्पष्ट दृष्टि रखने के लिए आंखों का पोषण बहुत ज़रूरी है। गाजर का सेवन आपकी दृष्टि के लिए अच्छा होता है क्योंकि यह विटामिन-ए से भरपूर होता है, जो दृष्टि के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। हालांकि विटामिन-ए एकमात्र विटामिन नहीं है जो आंखों को स्वस्थ रखने के कार्य का मदद करता है। विटामिन-सी, विटामिन-ई, कॉपर और जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थ भी आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। बढ़ती उम्र मैक्लयूर डिजनरेशन की समस्या को साथ ला सकती है जिसमें एंटीऑक्सिडेंट समस्या को दूर करने में मदद कर सकते हैं। अंडे, कद्दू, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि जैसे खाद्य पदार्थ चीज़ों का सेवन ज़्यादा करें।

धूम्रपान से बचें (Avoid smoking)

अस्वस्थ रहने के अलावा कई कारणों से धूम्रपान अंधेपन के जोखिम को बढ़ा सकता है। धूम्रपान आपके रतौंधी (नाइट ब्लाइंडनेस) के विकास की संभावनाओं को बढ़ा सकता है। इसके अलावा यह उम्र से संबंधित मेक्यूलर डिजनरेशन (एएमडी) को बढ़ा सकता है। धूम्रपान आपकी आंखों के लिए उपयोगी एंटीऑक्सीडेंट की संख्या को कम कर सकता है।

हाइड्रेटेड रहें (Stay Hydrated)

पानी का सेवन अधिक मात्रा में करें। अगर आपकी आंखें आमतौर पर सूखी, धुंधली या थकी हुई हैं, तो ज़्यादा पानी पीने से पूरे शरीर में खून का फ्लो अच्छा रहता है। जब भी आपके पास कुछ समय हो, तो मुट्ठी भर पानी लें और फिर आंखें खोलकर उसमें डालें और अपनी आंखों को गीला करें। इससे आपको आंखों में ताजापन महसूस होगा।

आंखों की नियमित जांच कराएं (Have Regular Eye Check-up)

ज्यादातर लोग तब तक इंतजार करते हैं जब तक उन्हें आंखों की जांच कराने के लिए दृष्टि संबंधी कठिनाइयों का अनुभव नहीं होता है। कभी-कभी इसमें बहुत देर हो सकती है और आप आंखों की एक बड़ी समस्या को बढ़ा सकते हैं। शुरू में आंखों की जांच कराने से समस्याएं गंभीर होने से पहले ही उनका निदान करने में मदद मिल सकती है। कई दृष्टि त्रुटियों (विज़न एरर्स) को समय रहते ठीक किया जा सकता है अगर उसकी पहचान जल्दी की जाती है।

अपनी आंखों के लिए व्यायाम करें (Exercise For Your Eyes)

आंखों के कुछ व्यायाम करने से आपकी आंखों की मांसपेशियां मजबूत होंगी। साथ ही ये आंख के अच्छे आकार को बनाए रखने में मदद करते हैं। यहां तक ​​कि दिन में कम से कम 30 मिनट के लिए व्यायाम करना आपकी आंखों सहित आपके पूरे शरीर के लिए स्वस्थ होता है। बेहतर ब्लड सर्कुलेशन आँखों में छोटी ब्लड वेसैल्स के लिए सहायक होता है क्योंकि यह हानिकारक पदार्थों को समाप्त कर देता है जो उसमें मिल सकते हैं। तेज चलना आंखों के व्यायाम में मदद कर सकता है, जैसे कि पालमिंग, ब्लिंकिंग, ज़ूमिंग, 8 का फिगर आदि। ये सभी दृश्य स्पष्टता (विज़ुअल क्लेरिटी) में सुधार करने का एक अच्छा तरीका है।

शराब के सेवन से बचें (Avoid Consumption Of Alcohol)

ज्यादा शराब पीना आंखों और सेहत के लिए सही नहीं है। शराब का सेवन आंख की मांसपेशियों की कमजोरी या बीमारी पैदा कर सकता है। इतना ही नहीं शराब के अधिक सेवन से आपको विटामिन-ए की कमी भी हो सकती है। जो आगे चलकर अंधापन, कॉर्निया का पतला होना, कॉर्नियल परफोरेशन, सूखापन और रेटिनल डेमेज जैसी समस्याएं पैदा करता है।

निष्कर्ष – Nishkarsh

ऊपर बताए गए सभी टिप्स को ध्यान में रखते हुए आपको कभी भी दृष्टि स्पष्टता (Vision Clarity) की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा क्योंकि ये ज़्यादा स्पष्ट दृष्टि के लिए आपकी मदद करेंगे। संतुलित आहार खाना और आंखों का व्यायाम व्यक्ति के लिए आंखों सहित स्वस्थ रहने के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपचार है। कंप्यूटर पर काम करने के लिए इसके बचाव और देखभाल की आवश्यकता की ज़रूरत होती है।

अगर आपको आंखों से जुड़ी कोई समस्या है और आप दृष्टि स्पष्टता चाहते हैं, तो हमारी वेबसाइट Eyemantra पर जाएं। हम रेटिना सर्जरी, मोतियाबिंद सर्जरी, लेसिक सर्जरी आदि कई तरह की सेवाएं प्रदान करते हैं। हम अलग-अलग सर्जरी द्वारा चश्मा हटाने में भी मदद करते हैं। हम दिल्ली में सबसे अच्छे आंखों के अस्पताल में से एक हैं और हमारे मरीज़ों को उचित सेवाएं प्रदान करते हैं।

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