आंखों की केयर (Eye Care)

होली खेलते समय आंखों की सुरक्षा के लिए क्या करें और क्या ना करें- Holi Kheltey Samay Aankhon Ki Suraksha Ke Liy Kya Karein Aur Na Karein

भारतीय लोगों के लिए होली का त्यौहार हमेशा से सबसे पसंदीदा और आनंद देने वाला त्यौहार रहा है। होली में शामिल वाइब्रेंट रंग पूरे माहौल को एकदम खुशनुमा बना देते हैं। यह त्यौहार न केवल खुशियां लेकर आता है, बल्कि अपने साथ उत्साह भी लाता है, लेकिन इस बीच सबसे जरूरी है कि आप अपनी त्वचा, बाल और आंखों का ख्याल रखें। आपके शरीर के इन जरुरी भागों को होली के त्योहार में इस्तेमाल होने वाले हानिकारक रंगों से प्रोटेक्शन की जरूरत है। होली खेलते समय आंखों की सुरक्षा करना सबसे जरुरी काम है, क्योंकि यह हमारे शरीर का सबसे नाजुक हिस्सा होती है।

कई सालों पहले एक समय था जब लोग रंग बनाने के लिए फूलों, जड़ी-बूटियों और सब्जियों का इस्तेमाल करते थे, लेकिन आजकल रंग बनाने के लिए सिंथेटिक रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। होली खेलते समय विशेष रूप से आंखों में रंग बहुत बुरी तरह फेंके जाते हैं। आंखें शरीर का सबसे नाजुक और सबसे खुला हिस्सा हैं, खासकर होली जैसे त्योहारों में आपको अपनी आंखों का खास ख्याल रखना चाहिए। होली में रंगों से खेलते समय अपनी आंखों की देखभाल न करने से आंखों में जलन, एलर्जी, अस्थायी अंधापन और त्वचा में इंफेक्शन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा कुछ रंग हानिकारक हो सकते हैं और भविष्य में कैंसर का कारण बन सकते हैं, इसलिए अपने सभी साथियों को होली खेलने के लिए हर्बल रंग लगाने को कहें।

फूलों में मौजूद खुशबू और गुण आपकी त्वचा के लिए भी लाभकारी हो सकते है। इस प्राकृतिक मिक्सचर थेराप्यूटिक वैल्यू आपको आराम पहुंचाने में मदद कर सकता है।

तो आइए होली खेलने के दौरान क्या करें और क्या न करें इस पर बात करते है। कॉर्निया सर्जरी, लो विजन और रेटिना सर्जरी जैसी सर्जरी से बचने के लिए होली के दौरान आंखों की रक्षा करें और इन उपायों का पालन करें।

क्या करें- kya karein

आंखों को साफ पानी से धोएं-

होली खेलते समय आंखों के आस-पास के रंगों को साफ और पीने के पानी से लगातार धोते रहें। आंखों को साफ रखने के लिए आप गुलाब जल का इस्तोमाल भी कर सकते हैं। गुलाब जल आंखों से रंग और धूल के धब्बे हटाने में मदद करता है। गुलाब जल में एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं। यह गुण रसायनों की वजह इफेक्टीव आंखों की जलन को कम करने में मदद करता है, इसलिए जब भी कोई आप पर रंगों से हमला करें तो तुरंत साफ पानी से आंखें धो लें।

आंखों को लुब्रिकेट करने के लिए आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें-

जब त्योहार खत्म हो जाता है, तो आपको अपनी आंखों को ठंडे पानी से साफ करना चाहिए और फिर इसके बाद आपको अपने डॉक्टर द्वारा सुझाई गई आई ड्रॉप का इस्तेमाल करके उपनी आंखों को लुब्रिकेट करना चाहिए। बाजार में कई अलग-अलग आई ड्रॉप्स उपलब्ध हैं, किसी भी आंख की एलर्जी से बचाव के लिए आप इन्हें अप्लाई कर सकते है। आई ड्रॉप के उपयोग से आपकी आंखों को खुजली और दर्द से राहत मिलेगी। इसलिए ध्यान रखें होली खेलने से पहले और बाद में एक-एक बूंद आई ड्रॉप का इस्तेमाल जरुर करें। होली के त्यौहार में पूरे दिन आंखों को प्रोटेक्ट करके रखें और एक भरोसेमंद आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें।

सनग्लासेज या हैंडी शेड्स पहनें-

जब कोई हमारे चेहरे पर सुंदर रंग लगाने की कोशिश करता है, तो हमें हमेशा अपनी आंखें बंद कर लेनी चाहिए। इसके अलावा, हमें रंगों के उत्सव की शुरुआत सनग्लासेज या शेड्स पहनकर करनी चाहिए। इसकी मदद से हमारी आंखें रंगों के अटैक और एलर्जी से बच पायेंगी। प्रोटेक्टीव आईवियर लगाना एक अच्छा उपाय है। होली खेलते समय इन्हें हटाने के बारे में कभी न सोचें। धूप का चश्मा आंखों में जाने वाले रंगीन पानी या खतरनाक रंगो की एंट्री को भी रोकने का काम करेगा।

लेंस पहनें- डेली डिस्पोजेबल लेंस-

होली के लिए यदि आप लेंस पहनना चाहते हैं, तो सबसे अच्छा अप्लाइंग लेंस एक डेली डिस्पोजेबल लेंस होगा। इस तरह के लेंस को होली खेलने के बाद फेका जा सकता है। आप अपनी करीबी ऑप्टिकल दुकानों से इस तरह के डेली डिस्पोजेबल लेंस खरीद सकते हैं। ऐसी दुकानों पर यह लैंस आसानी से मिल जाते हैं। इसके अलावा आपका कॉनटेक्ट लेंस विशेषज्ञ भी आपको लेंस दे सकता है। जिनका उपयोग आप कर सकते हैं और इन्हें फेक भी सकते हैं। यहां तक कि इस तरह के डेली डिस्पोजेबल लेंस ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स से भी खरीदें जा सकते हैं।

एक अच्छी क्रीम और नारियल तेल का उपयोग करें-

अपनी आंखों को हानिकारक रंगों से बचाने के लिए आंखों के चारों ओर कोल्ड क्रीम का प्रयोग करें। कोल्ड क्रीम आंखों को होली के रंगों से प्रोटेक्ट करने का काम करती है। होली खेलने से पहले अपनी आंखों के आसपासनेचुरल नारियल तेल से मालिश करें। क्रीम की तरह ही नारियल का तेल भी रंगों को आपकी आंखों में जाने से रोकेगा। होली के रंगो से अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए अपनाया जाने वाला यह सबसे हाई रेटिड उपाय है।

आपको खासतौर पर केमिकल वाले रंगों के दानेदार पार्टिकल्स से सावधान रहना चाहिए। यह जहरीले होते हैं और कॉर्निया में फ्रिक्शन को प्रभावित कर सकते हैं। यह आंख की समस्या आगे चलकर गंभीर दर्द का कारण भी बन सकती है। हालात कभी – कभी इतने बिगड़ जाते है कि, इस तरह के अल्सर या इंफेक्शन के विकास को रोकने के लिए प्रोफेशनल ट्रीटमेंट की जरुरत पड़ जाती है।

क्या ना करें- Kya Na Karein

अपनी आँखों को ना रगड़ें-

होली के जश्न के दौरान अपने चेहरे और आंखों को छूने से बचें, साथ ही होली खेलते समय अपनी आँखों और नाक को ढँकें रखें। हमारा पहला रिएक्शन हमेशा यही होता है कि मलने या रगड़ने से आखों की जलन और खुजली दूर हो जाएगी, लेकिन यह आपके लिए और भी ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है। इस समस्या से बचने के लिए हमेशा आंखों को एक ताजा रूमाल या कपड़े से ढंकने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके हाथ रंगो से सने व दागदार हो सकते हैं, और यह इंफेक्शन पैदा कर सकते हैं। इन गंदे हाथों की बदौलत केमिकल वाले रंग आपकी आखों में ट्रांसफर हो सकते है, जिससे कई सारी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

आंख में कोई भी पार्टिकल जब रगड़ा जाता है, तो कॉर्निया में फ्रिक्शन या कॉर्निया पर कट लग सकता है, जोकि एक गंभीर स्थिति है। यह आंख को इंफेक्शन से ग्रस्त कर सकता है। इसे अल्सर तक भी प्रभावित हो सकता है। किसी भी मैकेनिकल ट्रौमा के मामले में आईबॉल पर कट की तरह रगड़ने से नुकसान कई गुना बढ़ सकता है। होली के दौरान आंखों की रक्षा करें, उन्हें गंदे हाथों से न रगड़ें।

अगर रेडनेस बनी रहती है, तो किसी आप्थामालॉजिस्ट से चर्चा करें।

खासतौर पर आंखों के लिए सेल्फ- मेडिकेटेड न करें-

आंखों की चोट के मामले में आई केयर प्रोफेशनल की मदद लेना सबसे फायदेमंद है। अधिकांश अस्पतालों और क्लीनिकों के द्वारा होली के दौरान आंखों की चोट का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, और आपको तुरंत उपस्थित होना होगा। हर आई ड्रॉप एक जैसे नहीं होते हैं और कई बार गलत आई ड्रॉप्स का उपयोग करने से अधिक नुकसान हो सकता है। आई ड्रॉप्स का उपयोग करते समय यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि वे अपनी एक्सपायरी डेट को पार न करें।

इसके अलावा, भारत में, रसायनज्ञ स्टेरॉयड की बूंदों को सौंप सकते हैं। आपको आंख में स्टेरॉयड का उपयोग करने से सावधान रहना चाहिए क्योंकि वे तुरंत राहत देते हैं लेकिन भविष्य में, वे महत्वपूर्ण दीर्घकालिक क्षति पैदा कर सकते हैं।

आंख में चोट लगने की स्थिति में किसी आई केयर प्रोफेशनल की मदद लेना ही सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। होली के दौरान अधिकांश अस्पतालों और क्लीनिकों को आंखों की चोटों की देखभाल करने के लिए कहा जाता है, और इसके लिए आपको तुरंत उपचार भी दिया जाता है। ध्यान रहें कि हर आई ड्रॉप एक जैसी नहीं होती हैं और कई बार गलत आई ड्रॉप का उपयोग करने से ज्यादा नुकसान हो जाता है। आई ड्रॉप का उपयोग करते समय यह देख लें कि कही वो आई ड्रॉप एक्सपायर तो नहीं हो गई हैं। इसके अलावा आपको आंखों में स्टेरॉयड का उपयोग करने से भी बचना चाहिए। भले ही स्टेरॉयड तुरंत राहत देते हो, लेकिन भविष्य में यह लॉन्ग टर्म के लिए गंभीर नुकसान पहुंचा सकते है।

लेंस कॉन्टेक्ट लेंस का उपयोग न करें-

होली खेलने के लिए डेली डिस्पोजेबल लेंस का इस्तेमाल करें। इसके अलावा पावर लेंस का उपयोग करने से बचना चाहिए। कॉन्टैक्ट लेंस अपने हाइग्रोस्कोपिक गुणों के कारण पानी अवशोषित करते है। होली खेलते समय हानिकारक रंग आंखों में दाखिल हो जाते हैं, जोकि लेंस को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कॉन्टैक्ट लेंस के बाहरी हिस्से में इस्तेमाल होने वाले एनिलिन पिगमेंट जलन पैदा करते हैं। इसके बुरे प्रभाव आंख में होने वाले एपिथेलियम के नुकसान की ओर भी इशारा करते हैं। यह आगे गंभीर दर्द और लंबे समय तक चलने वाली आंखों की समस्या भी बन सकती है। होली के दौरान आंखों की रक्षा करें, क्योंकि पावर लेंस पहनने से ऊपर दिए हुए नुकसान हो सकते हैं।

पानी के गुब्बारे और जहरीलें रंगों के उपयोग से बचें-

आंखों से जुड़ी सभी इमरजेंसी कंडिशन्स की तुरंत जांच की करवानी चाहिए। होली के त्यौहार पर पानी के गुब्बारे से खेलने से बचें। पानी के गुब्बारे आपकी आंखों को चोट पहुंचा सकते है। इस आघात से आंख में खून बहना शुरू हो सकता है। इसके अलावा लेंस में उभार या डिसलोकेशन, मैक्यूलर एडिमा या रेटिना डिटेचमेंट हो सकता है। इस चोट से आपकी दृष्टि( विजन) की भी हानि हो सकती है, सिर्फ यही नहीं इसके कारण आपकी एक आंख को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

होली के दौरान अपनी आंखों को केमिकल वाले रंगों से बचाएं। अधिकांश रंगों में पारा, एस्बेस्टस, सिलिका और माइका आदि जैसे खतरनाक रसायन शामिल होते है। यह एक तरह के औद्योगिक रंग और क्षार हैं, जो इंसान की त्वचा और स्पेशली आंखों के लिए बहुत जहरीले होते हैं। इनके उपयोग से जलन, रेडनेस, एलर्जी और यहां तक कि आंखों की गंभीर रासायनिक चोट की स्थिति के साथ में दृष्टि( विजन) का परमानेंट नुकसान जैसे लक्षण भी पैदा हो सकते हैं। इन सबसे बचने के लिए फूलों और हल्दी से बने पारंपरिक प्राकृतिक रंगों का उपयोग करना सबसे अच्छा उपाय है।

होली में कभी आँखों को खुला ना रखें-

विशेषज्ञों के द्वारा भी यह सलाह दी जाती है कि होली के दौरान हमेशा अपनी आंखों को किसी साफ कपड़े या धूप के चश्मे से आँखें ढककर रखें। ध्यान रहें कि होली खेलते समय कभी भी अपनी आंखों को खुला ना छोड़े वरना आपकी आखों में केमिकल वाले रंग जा सकते है। इसे कई परेशानियां खड़ी हो सकती है जहैं:

  • एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस (Allergic conjunctivitis)
  • केमिकल बर्न्स (Chemical burns)
  • कॉर्नियल एब्रेशन (corneal abrasion)
  • आंख में ब्लंट टॉमा (Blunt trauma to the eye)

होली खेलें और होली में सुरक्षित रहें!

निष्कर्ष-Nishkarsh

होली के दिन आंखों की देखभाल करना एक अहम जरुरत है, क्योंकि यह सबसे नाजुक पार्ट है जो सीधे प्रभावित होता है। आप खुलकर होली खेलें पर अपने शरीर और आंखों का विशेष ध्यान रखेंं। होली खेलते के समय आपकी आँखें आसानी से खराब हो सकती हैं, क्योंकि शरीर में इनकी पॉजिशिन के कारण इन्हें जहरीले रसायनिक रंगों से अधिक खतरा होता है इसलिए सुरक्षित खेलें और शरीर के सभी अंगों विशेषकर आंखों की देखभाल करें।

होली के दौरान आँखों की रक्षा करें!

यदि आपने भी किसी तरह की चोट का सामना किया हैं और आँखों के किसी इंफेक्शन से ग्रस्त है, तो कृपया हमारे क्लिनिक पर आए या हमारी वेबसाइट Eyemantra पर जाएँ ।

न्यूरो-नेत्र विज्ञान , बाल चिकित्सा नेत्र विज्ञान , स्क्विंट सुधार , और कई अन्य सेवाओं के बारे में जानने के लिए हमारे विशेषज्ञों से संपर्क करें। आंखों में इंफेक्शन से संबंधित कोई भी प्रश्न आप हमें ईमेल eyemantra1@gmail.com पर भेज सकते हैं।

अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए इस नंबर पर +91-9711118331 करें ।