Contents
लोगों के बीच यह कनफ्यूज़न है कि “माइग्रेन” और “सिरदर्द” एक ही होता है लेकिन दोनों के बीच काफी अंतर है। सिरदर्द एक मध्यम दर्द है जो तनाव से हो सकता है और वह सिर्फ ध्यान भटकाता है। आमतौर पर वह कुछ खतरनाक नहीं होता है। हालांकि कुछ मामलों में ऐसा भी हो सकता है।
वहीं दूसरी ओर माइग्रेन का मरीज़ पर लगातार प्रभाव पड़ता है। इसके कारण होने वाला दर्द मध्यम से लेकर गंभीर तक हो सकता है। इसके कुछ लक्षणों में मतली या उल्टी और लाइट और साउंड से सेंस्टिविटी भी शामिल हो सकती है।
अगर आपको ऑक्युलर (आंखों से जुड़ा) माइग्रेन है, तो आप थोड़े समय के लिए दृष्टि हानि या एक आंख में अंधापन का अनुभव कर सकते हैं। यह एक दुर्लभ बीमारी है। यह माइग्रेन के सिरदर्द के साथ या बाद में भी हो सकता है। कभी-कभी ऑक्युलर माइग्रेन दर्द रहित भी हो सकता है।
इस समस्या का कारण जैसा कि इसके नाम से पता चलता है, माइग्रेन है। कुछ शोध बताते हैं कि कुछ मामलों में लक्षण अन्य समस्याओं के कारण होते हैं। ऑक्युलर माइग्रेन कम ब्लड फ्लो या रेटिना में या आंख के पीछे रक्त वाहिकाओं की ऐंठन के कारण भी हो सकता है। नियमित रूप से माइग्रेन का दौरा पड़ने से दृष्टि संबंधी कुछ अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
दुर्भाग्य से ऑक्युलर माइग्रेन शब्द का उपयोग अक्सर बहुत अधिक सामान्य (हालांकि हानिरहित) स्थिति का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिसे विज़ुअल माइग्रेन (दृष्टि से जुड़ा) या माइग्रेन ऑरा कहा जाता है। यह अस्थायी दृश्य गड़बड़ी की विशेषता है जो आमतौर पर तीस मिनट के अंदर गायब हो जाती है। ऑरा में फ्लैशिंग लाइट और ब्लाइंड स्पॉट शामिल हो सकते हैं। लेकिन इसके लक्षण आमतौर पर दोनों आंखों को प्रभावित करते हैं।
आमतौर पर ऑक्युलर माइग्रेन के लक्षण एक छोटा ब्लाइंड स्पॉट होता है जो एक आंख में हमारी केंद्रीय दृष्टि को प्रभावित करता है। यह ब्लाइंड स्पॉट बड़ा भी हो जाता है, जिससे आपके लिए प्रभावित आंख से पढ़ना असंभव हो जाता है। कुछ मामलों में उस आंख का आपका पूरा दृश्य क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। यह एक घंटे के लिए भी हो सकता है।
विज़ुअल माइग्रेन के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं-
विज़ुअल माइग्रेन के लक्षण आमतौर पर दोनों आंखों में परेशानी पैदा करते हैं और तीस मिनट या उससे कम समय तक चलते हैं। विज़ुअल माइग्रेन के लक्षण वापस आने के तुरंत बाद माइग्रेन का सिरदर्द हो भी सकता है और नहीं भी।
अगर आप एक ब्लाइंड स्पॉट या किसी अन्य विज़ुअल डिस्टरबेंस का अनुभव कर रहे हैं और आप सुनिश्चित नहीं हैं कि यह नेत्र (ऑक्युलर) या दृश्य (विज़ुअल) माइग्रेन है, तो एक समय में एक आंख को ढकें। यदि गड़बड़ी सिर्फ एक आंख में हो रही है, तो यह ऑक्युलर माइग्रेन के कारण अधिक होने की संभावना है। यदि यह दोनों आंखों को प्रभावित कर रहा है, तो यह संभवतः एक दृश्य माइग्रेन है।
लेकिन आपको इनका बिना उपचार किए नहीं छोड़ना चाहिए। अगर आप अपनी दृष्टि के क्षेत्र में अचानक किसी प्रकार का ब्लाइंड स्पॉट देखते हैं, तो तुरंत बेस्ट आंखों के डॉक्टर से संपर्क करें या यह पता लगाने के लिए परामर्श करें कि क्या यह खतरनाक तो नहीं है या संभवतः किसी अधिक गंभीर चीज का संकेत है, जैसे कि रेटिना डिटेचमेंट।
ऑक्युलर माइग्रेन माइग्रेन दर्द के कारण होता है, इसलिए इसके माइग्रेन के सिरदर्द के समान कारण होते हैं, जैसे-
लेकिन ऐसा क्यों होता है और ऑक्युलर और विज़ुअल माइग्रेन का रिसॉल्यूशन क्या है यह एक मिस्ट्री बना हुआ है?
रेगुलर माइग्रेन “ट्रिगर” जिसके कारण किसी को माइग्रेन का दौरा पड़ सकता है (ऑक्युलर और विज़ुअल माइग्रेन सहित) में विशिष्ट खाद्य पदार्थ शामिल हैं, जैसे कि एग्ड चीज़, रेड वाइन, कैफीनेटेड ड्रिंग्स, स्मोक्ड मीट और चॉकलेट।
खाद्य योजक जैसे कि मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) और आर्टिफिशियल स्वीटनर भी कुछ लोगों में माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। अन्य संभावित माइग्रेन के लिए चमकदार या टिमटिमाती रोशनी, सिगरेट का धुआं, परफ्यूम और अन्य तेज गंध, नींद की कमी और तनाव शामिल हैं।
ऑक्युलर और विज़ुअल माइग्रेन के बीच मुख्य अंतर यह है कि फॉर्मर विज़न की समस्या सिर्फ एक आंख में होती है। वहीं अगर दोनों आंखों में समस्या होती है, तो यह विज़ुअल माइग्रेन है। साथ ही दोनों के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं।
जैसा कि पहले बताया गया है कि ऑक्युलर और विज़ुअल माइग्रेन के कारण होने वाली दृश्य गड़बड़ी आमतौर पर किसी भी उपचार की आवश्यकता के बिना एक घंटे या उससे कम समय में गायब हो जाती है। अगर आप ऐसा काम कर रहे हैं जिनमें स्पष्ट दृष्टि की ज़रूरत होती है और जब यह ऑक्युलर या विज़ुअल माइग्रेन होता है, तो आपको जो करना है उसे रोकना चाहिए और तब तक बचना चाहिए जब तक कि दृष्टि सामान्य न हो जाए।
अगर आप गाड़ी चला रहे हैं, तो सड़क के किनारे पार्क करें और तब तक प्रतीक्षा करें जब तक कि दृष्टि की गड़बड़ी पूरी तरह से खत्म न हो जाए। अगर आप माइग्रेन के सिरदर्द के साथ किसी भी गड़बड़ी का अनुभव करते हैं, तो अपने माइग्रेन की समस्याओं के मूल्यांकन के लिए अपने फैमिली फिजिशियन या न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श लें। डॉक्टर आपको माइग्रेन के इलाज के लिए नवीनतम दवाओं के बारे में सलाह देंगे, जिसमें भविष्य में होने वाली परेशानियों को रोकने के लिए डिज़ाइन की गई दवाएं भी शामिल हैं।
आपको यह भी सलाह दी जाती है कि अपने ऑक्युलर माइग्रेन या माइग्रेन ऑरा को होने से ठीक पहले अपनी डाइट और एक्टिविटी पर भी ध्यान रखें। यह आपको संभावित समस्याओं की पहचान करने में मदद करेगा जिन्हें भविष्य में रोका जा सकता है। अगर आपको ऑक्युलर माइग्रेन या विज़ुअल माइग्रेन तनाव से संबंधित प्रतीत होता है, तो आप बिना दवा के निम्नलिखित तरीकों से अपने माइग्रेन के अटैक को कम कर सकते हैं, जैसे-
अगर आपको आंखों में दर्द या आंखों में कोई अन्य परेशानी हो रही है, तो किसी आंखों के स्पेशलिस्ट को दिखाएं। आप हमारे आई मंत्रा हॉस्पिटल पर भी विज़िट कर सकते हैं। हमारे एक्सपर्ट ऑपथलमोलॉजिस्ट आपकी आंखों की बीमारी के इलाज के लिए आपको बेहतर तरीके से गाइड करेंगे। ज़्यादा जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट eyemantra.in पर जाएं।
आई मंत्रा में अपनी अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए +91-9711115191 पर कॉल करें या हमें eyemantra1@gmail.com पर मेल करें। हमारी अन्य सेवाओं में रेटिना सर्जरी, चश्मा हटाना, लेसिक सर्जरी, भेंगापन, मोतियाबिंद सर्जरी और ग्लूकोमा सर्जरी आदि सेवाएं भी शामिल हैं।