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अगर आप आंखों की लेसिक सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो आपके लिए लेसिक के बाद देखभाल का खासतौर से ध्यान रखना चाहिए। लेसिक एक प्रकार की अपवर्तक यानी रिफ्रेक्टिव सर्जरी है। इसे अक्सर दृष्टि समस्याओं को ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह उन लोगों के लिए एक स्थायी समाधान हो सकती है, जो निकट दृष्टिदोष (मायोपिया), दृष्टिवैषम्य (एस्टिग्मेटिज्म) और दूरदर्शिता (फरसाइटेडनेस) जैसी अपवर्तक त्रुटि से पीड़ित हैं। इस सर्जरी में कॉर्निया को फिर से आकार देने के लिए लेजर का उपयोग शामिल है।
लेसिक आज आंखों की समस्या का उपचार करने वाली सबसे लोकप्रिय सर्जरी में से एक है। अगर अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका के आंकड़ों पर नज़र डालें, तो लगभग 700,000 से ज्यादा लोग लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया से गुजर चुके हैं। इस सर्जरी को बहुत ही सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया के तौर पर देखा जाता है। हालांकि, आपको यह याद रखना चाहिए कि किसी भी प्रकार की सर्जरी की तरह लेसिक से जुड़े कुछ जोखिम और दुष्प्रभाव हैं। इनकी जानकारी आपको प्रक्रिया की शुरुआत से पहले होना बहुत जरूरी है।
इस सर्जिकल प्रक्रिया के कुछ संभावित जोखिमों और दुष्प्रभावों में निम्नलिखित शामिल हैं:
लेसिक सर्जरी उन लोगों के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है, जो अपनी दृष्टि में सुधार करना चाहते हैं। हालांकि, एक सफल नतीजे सुनिश्चित करने के लिए पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल यानी सर्जरी के बाद देखभाल को बहुत जरूरी माना जाता है। इस ब्लॉग पोस्ट हम लेसिक के बाद देखभाल की कुछ ऐसी ही बुनियादी बातों पर चर्चा करेंगे। साथ ही आपकी आंखों की सुरक्षा कैसे करें और अपनी सर्जरी से ज्यादा फायदे कैसे प्राप्त करें, जैसे सवालों से संबंधित सुझाव शामिल हैं।
ज्यादातर लोग जिनकी लेसिक सर्जरी होती है, उन्हें बहुत कम या बिना दर्द का अनुभव होता है और बेहतर नतीजे प्राप्त होते हैं। ऐसे में आपको यह हमेशा याद रखना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति अलग तरह से ठीक होता है। इसलिए, किसी भी प्रकार के जोखिम से बचाव के लिए आपको विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इन्हीं कारणों से लेसिक के बाद देखभाल के लिए अपने सर्जन के निर्देशों का पालन करना आपके लिए बहुत जरूरी है। पोस्ट लेसिक केयर एक ऐसा शब्द है, जिसका मतलब सर्जरी पूरी होने के बाद अपनी आंखों की देखभाल करना है। इसके लिए आप नीचे दिए गए कुछ सामान्य निर्देशों का पालन कर सकते हैं, जैसे:
लेसिक सर्जरी के बाद कुछ लोगों को सूखी आंखों का अहसास हो सकता है। हालांकि, बनावटी आंसू यानी आर्टिफिशियल टियर या लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप का उपयोग करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके आलावा ऐसे कई ओवर-द-काउंटर प्रोडक्ट भी हैं, जो आपकी आंखों को नम रखने में मदद कर सकते हैं। अगर आप भी किसी दर्द का अनुभव करते हैं, तो सर्जन आपके लिए दर्द की दवा लिख सकते हैं, जिसे उनके बताए अनुसार लेना जरूरी होता है।
जब आप सर्जरी के बाद पहले कुछ हफ्तों के लिए बाहर हों, तो आपको धूप का चश्मा या अन्य सुरक्षात्मक आईवियर पहना सुनिश्चित करना चाहिए। इससे आपकी आंखों को धूप और हवा से बचाने में मदद मिलती है। साथ ही आपको धूल या धुएं वाली जगहों पर भी जाने से परहेज करना चाहिए।
सर्जरी के बाद कम से कम चार हफ्ते तक अपनी आंखों को रगड़ने से बचें। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इससे आपकी आंखों में जलन हो सकती है और इंफेक्शन का जोखिम बढ़ सकता है।
सर्जिकल प्रक्रिया के कुछ दिनों में आपको फॉलो-अप अपॉइंटमेंट के लिए अपने सर्जन से सपंर्क करना चाहिए। इस अपॉइंटमेंट पर वह आपकी प्रोग्रेस की जांच करेंगे। साथ ही वह सुनिश्चित करते हैं कि सब कुछ ठीक से ठीक हो रहा है। सर्जरी के बाद पहले कुछ महीनों में आपके पास कई फॉलो-अपॉइंटमेंट होने की संभावना है। लेसिक सर्जरी के बाद अपनी आंखों की देखभाल करना प्रक्रिया की सफलता के लिए बहुत जरूरी है।
ऐसे में सर्जन द्वारा दिए निर्देशों के पालन करके और आंखों को किसी भी प्रकार की चोट से बचाकर आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपको सफल नतीजे प्राप्त होंगे। लेसिक के बाद देखभाल और बेहतर नतीजे के लिए सर्जन से मिले निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें और किसी भी जटिलता से बचने के लिए सभी जरूरी सावधानी बरतें। उचित देखभाल के साथ आप एक स्पष्ट दृष्टि का आनंद ले सकते हैं।
लेसिक के बाद आंखों की देखभाल के लिए आपको कई सुझावों को ध्यान में रखना चाहिए। यह सुझाव सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि आपकी आंखें उचित तरीके से ठीक हो जाएं और आपको किसी भी जटिलता का अहसास न हो। अपनी आंखों को हमेशा साफ और लुब्रिकेटेड रखें। साथ ही आपको अपनी आंखें रगड़ने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे उनमें जलन हो सकती है और समस्या आगे चलकर बढ़ सकती है।
अपनी आंखों को नम रखने के लिए आप बार-बार आर्टिफिशियल टियर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सर्जरी के बाद कम से कम एक हफ्ते तक आपकी आंखों में पानी से बचाना अगला सबसे जरूरी कदम है। इसके लिए सर्जन आपको नहाने, स्विमिंग करने और चेहरा धोने जैसे पानी वाले काम करने के लिए सख्त मना करते हैं। साथ ही आपको लेसिक के बाद कम से कम एक हफ्ते तक मेकअप का उपयोग करने से भी बचना चाहिए।
आपको आंखों को छूने या रगड़ने से बचाना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे आपकी आंखों में जलन हो सकती है। अगर आप किसी भी दर्द का अनुभव करते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना सुनिश्चित करें। आखिर में याद रखें कि सर्जरी के बाद अपने डॉक्टर से संपर्क करना सबसे जरूरी है, ताकि वह आपकी प्रोग्रेस की उचित तरीके से जांच कर सकें।
लेसिक के बाद देखभाल के कई फायदे हैं। सबसे जरूरी फायदा यह है कि इससे आपको बेहतर दृष्टि प्राप्त होती है। आमतौर पर लेसिक के बाद देखभाल आपको जटिलताओं से बचने और जल्द ठीक होने में मदद कर सकती है।
इसके अन्य फायदे इस प्रकार हैं:
लेसिक सर्जरी पर विचार कर लोगों को सबसे पहले अपने डॉक्टर से लेसिक के बाद देखभाल से संबंधित जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। इसे प्रक्रिया का एक जरूरी हिस्सा माना जाता है, जिससे अक्सर आपके नतीजों में बड़ा बदलाव देखने को मिलता है। अगर आप पहले ही लेसिक सर्जरी करवा चुके हैं, तो कई जरूरी बातों को ध्यान में रखकर आप एक सफल रिकवरी सुनिश्चित कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको अपने डॉक्टर के निर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करना चाहिए।
आपकी सफल सर्जरी के लिए लेसिक के बाद देखभाल बहुत जरूरी है। ऐसे में अपने सर्जन के सभी निर्देशों का पालन करना और अपनी सभी पोस्ट-ऑपरेटिव अपॉइंटमेंट का हिस्सा बनना सुनिश्चित करें। अगर आप सर्जरी से संबंधित कोई सवाल पूछना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द अपने सर्जन से संपर्क करें। उचित देखभाल के साथ आप आने वाले वर्षों के लिए एक स्पष्ट दृष्टि का आनंद ले सकते हैं। ऑनलाइन और आपके सर्जन के कार्यालय से भी कई संसाधन उपलब्ध हैं, जो आपको लेसिक के बाद की प्रक्रिया बेहतर तरीके से समझने में मदद कर सकते हैं। इन संसाधनों के फायदे लेना सुनिश्चित करें, ताकि सर्जरी के बाद आप जल्द रिकवरी कर सकें।
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