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हर सर्जरी की तरह पीआरके सर्जरी की जटिलताएं भी आम हैं। पीआरके सर्जरी एक प्रकार की अपवर्तक (रिफ्रेक्टिव) सर्जरी है। इसे निकट दृष्टिदोष, दूरदर्शिता और दृष्टिवैषम्य जैसी दृष्टि समस्याओं को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। डॉक्टर लेजर का उपयोग करके आपके कॉर्निया की एक पतली परत को हटा देते हैं। इसके बाद वह आपके कॉर्निया का आकार बदलने के लिए लेजर की मदद लेते हैं। इस पोस्ट में हम पीआरके सर्जरी की जटिलताओं सहित कई अन्य बातों पर चर्चा करेंगे।
पीआरके सर्जरी के साथ डॉक्टर आपके कॉर्निया में फ्लैप नहीं बनाते हैं। जबकि लेसिक सर्जरी में आपको कुछ जटिलताएं होने का एक उच्च जोखिम हो सकता है। इनमें सूखी आंख और रात के समय होने वाली दृष्टि संबंधी समस्याएं शामिल हैं। इस प्रकार की सर्जरी को अपवर्तक सर्जरी के सबसे पुराने प्रकारों में से एक माना जाता है।
किसी भी सर्जरी की तरह पीआरके सर्जरी से जुड़े कुछ जोखिम हैं, जैसे:
यह पीआरके सर्जरी की आम जटिलता में से एक है। आमतौर पर यह कॉर्निया में बादल जैसा पदार्थ बनने से होती है। यह आपके कॉर्निया की पतली परत को हटाने में इस्तेमाल होने वाली लेजर के कारण भी हो सकता है। कॉर्नियल धुंध अक्सर कुछ महीनों के अंदर अपने आप दूर हो जाती है। हालांकि, कुछ मामलों में यह समस्या एक साल या उससे ज्यादा समय तक चल सकती है।
कॉर्निया में निशान या कॉर्नियल स्कारिंग एक अन्य संभावित पीआरके सर्जरी जटिलताओं में शामिल है। यह तब होता है जब ऊतक उस क्षेत्र में बढ़ता है जहां डॉक्टर ने आपके कॉर्निया की पतली परत को हटा दिया था। सर्जरी के दौरान कॉर्निया में पड़ने वाले निशान आपकी दृष्टि को धुंधला कर सकते हैं। कुछ मामलों में यह धुंधलापन स्थायी दृष्टि हानि की वजह भी बन सकता है। इसके अलावा ऐसी कई अन्य चीजें कॉर्निया में निशान की वजह बन सकती हैं, जैसे- इंफेक्श या चोट।
किसी भी प्रकार की सर्जरी के बाद इंफेक्शन हो सकता है, लेकिन यह पीआरके सर्जरी की एक दुर्लभ जटिलता है। इंफेक्शन के कारण आपको कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, जैसे:
• कॉर्निया में निशान
• दृष्टि की हानि
ऐसे में इंफेक्शन के लक्षणों की पहचान करना आपके लिए बेहद जरूरी है। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
• आंखों में लालपन की समस्या
• हमेशा आंख में दर्द रहना
• आंख से डिस्चार्ज होना
इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देने पर आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संर्पक करने की सलाह दी जाती है।
कॉर्नियल अल्सर का मतलब आपकी आंख की सतह पर घाव के होने से है, जो किसी इंफेक्शन के कारण हो सकता है। आमतौर पर कॉर्नियल अल्सर बहुत दर्दनाक हो सकता है। अगर इसका तुरंत इलाज नहीं किया जाए, तो यह किसी व्यक्ति में स्थायी दृष्टि हानि की वजह भी बन सकता है।
पीआरके सर्जरी के बाद कुछ लोगों को रात के समय दृष्टि की समस्या हो सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि इस तरह की सर्जरी में इस्तेमाल किया जाने वाला लेजर आपकी आंखों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। यही कोशिकाएं आपको रात के समय देखने में मदद करती हैं। नाइट विजन की समस्या अक्सर कुछ महीनों के अंदर अपने आप दूर हो जाती है। अगर आंखों में मौजूद यह समस्या कम नहीं होती है, तो आपको तुंरत अपने डॉक्टर को संर्पक करना चाहिए।
एंडोफ्थालमिटिस आपके आंख के अंदर की सूजन है, जो एक इंफेक्शन की वजह से होती है। एंडोफ्थालमिटिस से आंख की कई गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जैसे:
• आंख का पर्दा फटना (रेटिनल डिटैचमेंट)
• धुंधली दृष्टि
• अंधेपन की समस्या
एंडोफ्थालमिटिस पीआरके सर्जरी की एक दुर्लभ जटिलता है।
आंखों में दर्द होना पीआरके सर्जरी की एक अन्य संभावित जटिलता है। इसमें सर्जरी के बाद पहले कुछ दिनों तक आपकी आंखों में हल्का या तेज दर्द हो सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक, यह दर्द एक से दो हफ्तों के अंदर अपने आप दूर हो जाता है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो आपको दर्द की दवा लेने की जरुरत हो सकती है।
पीआरके प्रक्रिया के दौरान उपकला (एपिथीलियम) को हटा दिया जाता है। और फिर यह ठीक हो जाता है। सर्जरी के बाद शायद ही उपकला (एपिथीलियम) का एक छोटा टुकड़ा अपने आप खिसक सकता है। यह आमतौर पर रात में सोने के दौरान या सुबह जागने पर होता है। जब ऐसा होता है, तो आंख में दर्द होता है और कुछ मिनटों से लेकर कई घंटों तक पानी आता है। इन छोटे उपकला (एपिथीलियम) के फिसलने को आवर्तक क्षरण कहा जाता है और कई हफ्तों या महीनों में दोबारा हो सकती है। आवर्तक क्षरण का इलाज दवाई या लेजर उपचार से किया जा सकता है।
कुछ मामलों में पीआरके सर्जरी के बाद के मरीजों को दृष्टि की गुणवता में मामूली कमी का अहसास होता है। इस स्थिति में आपको दृष्टि थोड़ी धुंधली लग सकती है, जो चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस साफ नहीं होने की वजह से लगता है। हालांकि, समय के साथ आपकी दृष्टि में सुधार हो सकता है। निकट दृष्टि दोष या दृष्टिवैषम्य के उच्च स्तर वाले बहुत से लोगों को छोड़कर यह पीआरके सर्जरी जटिलताएं बहुत दुर्लभ हैं।
लेसिक की तरह पीआरके सर्जरी में भी सूखापन होना आम है। आमतौर पर यह समस्या सर्जरी के शुरुआती महीनों के अंदर देखी जाती है। कुछ डॉक्टरों की मानें, तो पीआरके लेसिक के बाद आंखों में कम सूखेपन का कारण बनती है। ऐसे में वह सूखी आंख वाले मरीजों को पीआरके सर्जरी की सलाह देते हैं।
इस सर्जरी से होने वाली जटिलताओं को प्रबंधित करने और उनसे बचने के कई तरीके हैं, जैसे:
सर्जरी के बाद किसी भी असामान्य लक्षण का अनुभव होने पर आपको तुरंत अपने सर्जन से संपर्क करने की सलाह दी जाती है। इन सुझावों और निर्देशों का पालन करके आप सर्जरी से होने वाली किसी भी गंभीर जटिलता से बच सकते हैं।
पीआरके एक बहुत ही असरदार अपवर्तक सर्जरी है, जिसकी सफलता दर 95 प्रतिशत से ज्यादा है। हालांकि, किसी भी सर्जरी के साथ संभावित जटिलताएं हो सकती हैं। अगर आपके पास पीआरके उपचार के बारे में कोई सवाल हैं, तो तुरंत हमसे संर्पक करें। आई मंत्रा में डॉक्टरों की अनुभवी टीम को आपके किसी भी सवाल का जवाब देने और आपकी मदद करने में खुशी होगी। अगर आप भी पीआरके सर्जरी की जटिलताओं से परेशान हैं, तो आपके लिए यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।
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