आंख के बारे में (About Eye)

आंखों की लेजर सर्जरी के प्रकार और जोखिम – Types And Risks Of Laser Eye Surgery In Hindi

आंखों की लेजर सर्जरी क्या है – What Is Laser Eye Surgery In Hindi

आंखों की लेजर सर्जरी (लेजर आई सर्जरी) एक प्रकार की अपवर्तक सर्जरी है। इसमें आपके कॉर्निया का आकार बदलने के लिए लेजर का उपयोग किया जाता है। आमतौर पर यह सर्जरी आपकी दृष्टि में सुधार करती है। साथ ही यह उन अपवर्तक त्रुटियों को ठीक करने में भी मदद करती है, जो दृष्टि समस्याओं का मुख्य कारण हैं। इनमें नज़दीकीपन (मायोपिया), दूरदृष्टि (हाइपरोपिया) और दृष्टिवैषम्य (एस्टिग्मेटिज्म) शामिल हैं।

निम्नलिखित विकल्प आंखों की लेजर सर्जरी के मुख्य प्रकार हैं:

  • पीआरके (फोटोरिफ्रेक्टिव केराटेक्टोमी)
  • लेसिक (लेजर इन सीटू केराटोमाइल्यूसिस)
  • एपि-लेसिक
  • इंट्रालेस मेथड

इस सर्जिकल प्रक्रिया के लिए कई अलग-अलग प्रकार के लेजर का उपयोग किया जा सकता है, जैसे:

  • एक्सीमर लेजर
  • फेम्टोसेकेंड लेजर

आंखों की लेजर सर्जरी के कई प्रकार हैं, लेकिन सुरक्षित होने की वजह से लेसिक और पीआरके इनमें सबसे ज्यादा आम है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम इन्हीं दो प्रक्रियाओं के बीच किये गए अंतर पर चर्चा करेंगे। साथ ही ब्लॉग में दिए गए सुझावों से आपको अपने लिए उपयुक्त सर्जरी का चुनाव करने में भी मदद मिलेगी। लेसिक को अक्सर सबसे ज्यादा लोकप्रिय विकल्प के तौर पर देखा जाता है। हालांकि, पीआरके के कुछ फायदे इसे सर्जरी पर विचार कर रहे लोगों के लिए बेहतर विकल्प बना सकते हैं।

आंखों की लेजर सर्जरी के प्रकार – Types of Laser Eye Surgery In Hindi

लेसिक आंखों की लेजर सर्जरी का सबसे आम प्रकार है, जिसे लेजर-असिस्टेड इन सीटू केराटोमाइल्यूसिस भी कहा जाता है। इसके अन्य प्रकारों में फोटोरिफ्रेक्टिव केराटेक्टोमी (पीआरके), लेजर-असिस्टेड सबपीथेलियल केराटेक्टोमी (लासेक) और एपी-लेसिक शामिल हैं।

लेसिक

इस सर्जरी को आंखों की लेजर सर्जरी के सबसे आम प्रकार माना जाता है। यह कॉर्निया में एक छोटा सा फ्लैप बनाने के लिए लेजर का उपयोग करके किया जाता है। सर्जन तब कॉर्निया के आकार को बदलने के लिए लेजर का उपयोग करते हैं। इस तरह से प्रकाश को रेटिना पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है, जिससे मरीज को दृष्टि में सुधार महसूस होता है। हर सर्जरी की तरह लेसिक सर्जरी से जुड़े कई जोखिम हैं, जिनकी जानकारी आपको लेख में आगे प्रदान की गई है।

पीआरके

पीआरके आंखों की लेजर सर्जरी के अन्य प्रकारों में शामिल है। इसमें आपके कॉर्निया में फ्लैप बनाना शामिल नहीं है।  इसके बजाय सर्जन कॉर्निया की सतह से कुछ ऊतक को हटाने के लिए लेजर का उपयोग करते हैं। यह प्रकाश को रेटिना पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है, जिससे आपकी दृष्टि में सुधार होता है। पीआरके का उपयोग आमतौर पर पतले कॉर्निया वाले लोगों के लिए किया जाता है। इसके अलावा यह सर्जरी उन लोगों के लिए भी उपयोग की जा सकती है, जिन्हें केराटोकोनस विकसित होने का खतरा होता है। यह एक ऐसी गंभीर स्थिति है, जिसकी वजह से किसी व्यक्ति की आंख में कॉर्निया शंकु के आकार का हो जाता है।

लासेक

आंखों की लेजर सर्जरी के इस प्रकार में कॉर्निया में एक छोटा सा चीरा लगाना शामिल है। इसके बाद कॉर्निया की सतह से कुछ ऊतक को निकालने के लिए सर्जन एक लेजर का उपयोग करते हैं। यह प्रकाश को रेटिना पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है, जिससे दृष्टि में सुधार होता है। लासेक का उपयोग अक्सर उन लोगों के लिए किया जाता है, जिनके कॉर्निया पतले होते हैं या जिन्हें केराटोकोनस विकसित होने का खतरा होता है। इस स्थिति में आपका कॉर्निया शंकु के आकार का दिखने लगता है।

एपी-लेसिक

एपी-लेसिक आंखों की लेजर सर्जरी के अन्य प्रकारों में शामिल है। प्रक्रिया में सर्जन कॉर्निया के अंदर एक छोटा सा कट बनाते हैं। इसके बाद लेजर का उपयोग करके कॉर्निया की सतह से कुछ ऊतकों को हटाया जाता है। यह प्रकाश को रेटिना पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है, जिससे आपको दृष्टि में सुधार का अनुभव होता है। एपी-लेसिक सर्जरी अक्सर पतले कॉर्निया वाले लोगों के लिए उपयोग की जाती है। इसके अलावा एपी-लेसिक का उपयोग आंखों की किसी गंभीर समस्या से बचाव के लिए भी किया जा सकता है।

स्माइल

स्माइल आंखों की लेजर सर्जरी का एक ऐसा प्रकार है, जो लेसिक सर्जरी से बहुत मिलता-जुलता है। हालांकि, इसमें लेसिक की तरह कॉर्निया में फ्लैप बनाना शामिल नहीं है। इसके बजाय सर्जन कॉर्निया के किनारे पर एक छोटा सा कट बनाने के लिए लेजर का उपयोग करते हैं। इससे प्रकाश को रेटिना पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है और आपकी दृष्टि में सुधार होता है। स्माइल सर्जरी का उपयोग आमतौर पर पतले कॉर्निया वाले लोगों के लिए किया जाता है। हालांकि, यह सर्जिकल प्रक्रिया उन लोगों के लिए भी इस्तेमाल की जा सकती है, जिन्हें केराटोकोनस विकसित होने का खतरा होता है। ऐसी स्थिति में आपके कॉर्निया का आकार शंकु की तरह दिखाई देने लगता है।

आंखों की लेजर सर्जरी से जुड़े जोखिम – Risks Associated with Laser Eye Surgery In Hindi

अब जब आप आंखों की लेजर सर्जरी के अलग-अलग प्रकार के बारे में जानते हैं, तो प्रत्येक प्रकार की सर्जरी से जुड़े जोखिमों को समझना भी आपके लिए बहुत जरूरी हो जाता है। सुरक्षित और असरदार प्रक्रिया के तौर पर लोकप्रिय लेसिक सर्जरी में कुछ संभावित जोखिम और जटिलताएं भी शामिल हैं। इनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

  • सूखी आंखें
  • इंफेक्शन
  • सूजन और जलन
  • चकाचौंध और रोशनी के आस-पास चमकते घेरे
  • दोहरी दृष्टि
  • फ्लैप की जटिलताएं
  • कॉर्निया में अल्सर
  • दृष्टि की हानि

आंखों की लेजर सर्जरी के कुछ दुर्लभ जोखिम हैं। ऐसे में किसी भी प्रकार की सर्जरी से पहले आपको डॉक्टर से उनके बारे में चर्चा करने की सलाह दी जाती है। साथ ही आपको सर्जन के अनुभव और सर्जरी की सफलता दर के बारे में भी पूछताछ करनी चाहिए।

आंखों की लेजर सर्जरी का प्रकार कैसे चुनें – How To Choose Type Of Laser Eye Surgery In Hindi

किसी भी प्रकार की आंखों की लेजर सर्जरी का चुनाव करना एक अहम फैसला है। इसे नज़रअंदाज करने से आपको गंभीर दृष्टि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इतने सारे विकल्प उपलब्ध होने की वजह से आपके लिए यह निर्धारित करना मुश्किल हो सकता है कि आपकी दृष्टि संबंधी जरूरतों के लिए किस प्रकार की सर्जरी सबसे उपयुक्त है। ऐसे में कोई भी आखिरी फैसला लेते समय आपको नीचे दिए गए सुझावों पर विचार करना चाहिए। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:

  • आपको कितने सुधार की जरूरत है?
  • आपकी जीवनशैली कैसी है?
  • क्या आपके पास कोई अन्य स्वास्थ्य स्थितियां हैं?

प्रत्येक प्रकार की आंखों की सर्जरी अपने जोखिम और फायदे होते हैं। अपने लिए सबसे अच्छा विकल्प जानने के लिए आपको किसी अनुभवी आंखों के डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। अपने विकल्पों से संबंधित ज्यादा जानकारी के लिए आज ही हमारे नेत्र रोग विशेषज्ञों से परामर्श शेड्यूल करें।

निष्कर्ष – Conclusion In Hindi

आंखों की लेजर सर्जरी को आपकी दृष्टि में सुधार करने का एक बेहतरीन तरीका माना जाता है। इन्हीं कारणों से इस लोकप्रिय और प्रभावी तरीके वाली सर्जरी को ज्यादातर सर्जनों और मरीजों द्वारा पसंद किया जाता है। आमतौर पर आंखों की लेजर सर्जरी के कई अलग-अलग प्रकार हैं, जिनमें प्रत्येक के अपने जोखिम और फायदे हैं। ऐसे में किसी भी फैसले से पहले आपको अपने डॉक्टर से बात करने की सलाह दी जाती है। इस दौरान आप उनसे अपने लिए सबसे उपयुक्त सर्जरी की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

लेसिक एक सुरक्षित सर्जिकल प्रक्रिया है, लेकिन हर सर्जरी की तरह इसमें कुछ जोखिम भी शामिल हैं। इसलिए, प्रक्रिया से पहले अपने डॉक्टर से इन जोखिमों पर चर्चा जरूर करें। अगर आप आंखों की लेजर सर्जरी पर विचार कर रहे हैं, तो अपने सभी विकल्पों पर रिसर्च करना सुनिश्चित करें। अपने लिए सबसे उपयुक्त विकल्प के बारे में जानने के लिए आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। आपकी दृष्टि और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए आंखों की लेजर सर्जरी एक शानदार तरीका हो सकती है।

आई मंत्रा – Eye Mantra In Hindi

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