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सबसे अच्छा नेत्र देखभाल या आई केयर प्रोवाइडर चुनना उतना ही ज़रूरी होता है जितना कि एक अच्छा स्वास्थ्य देखभाल यानी कि हेल्थ केयर प्रोवाइर चुनना। आप अपनी आंखों की सेफ्टी के लिए अपने आंखों के डॉक्टर पर भरोसा करेंगे और वह जीवन भर एक अच्छी दृष्टि बनाए रखने में आपकी मदद करेंगे। तो, पहला स्टेप यह समझना होगा कि आंखों की देखभाल प्रदान करने में विशेषज्ञता के अलग-अलग लेवल हैं। आमतौर पर इन्हैं तीन प्रकारों में बांटा जा सकता है: नेत्र रोग विशेषज्ञ (ऑप्थलमॉलजिस्ट), ऑप्टोमेट्रिस्ट और ऑप्टिशियन।
जब आपके लिए अपनी आंखों की जांच कराने का समय हो, तो सुनिश्चित करें कि आप अपनी आवश्यकताओं के लिए सही आई केयर प्रोफेशनल के पास जाएं। नेत्र रोग विशेषज्ञ, ऑप्टोमेट्रिस्ट और ऑप्टिशियन तीनों आई केयर टीम के सदस्य होते हैं, जिन्हें लोग सबसे ज़्यादा बार अपनी आंखें दिखाते हैं। आंखों की देखभाल में तीनों की अपनी एक अलग भूमिका होती है। लेकिन हम में से ज़्यादातर लोग अपनी आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने की शर्तों और उनकी विशेषज्ञता को लेकर दुविधा में पड़ जाते हैं। ट्रेनिंग और विशेषज्ञता के स्तर पर तीनों एक दूसरे से अलग होते हैं।
एक नेत्र रोग विशेषज्ञ एक चिकित्सा (मेडिकल) या ऑस्टियोपैथिक डॉक्टर होता है जो आंखों की मेडिकल और सर्जिकल केयर में माहिर होता है। ऑपथलमॉलजिस्ट छह से आठ साल की एजुकेशन और ट्रैनिंग पूरी करते हैं और उन्हें दवा और साथ ही सर्जरी की प्रेक्टिस करने का लाइसेंस दिया जाता है। यह एडवांस एजुकेशन और ट्रैनिंग नेत्र रोग विशेषज्ञों को ऑप्टोमेट्रिस्ट और ऑप्टिशियन की तुलना में स्थितियों की एक विस्तृत श्रृंखला का निदान और उपचार करने की अनुमति देती है।
विशिष्ट ट्रैनिंग में एमबीबीएस की डिग्री, उसके बाद कम से कम डॉक्टर्स ऑफ मेडिसिन (एमडी) या नेत्र विज्ञान में मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस) शामिल है। और कुछ सालों की मेडिकल ट्रेनिंग।
एक नेत्र रोग विशेषज्ञ नेत्र रोगों की जांच और उपचार करता है, आंखों की सर्जरी करता है और दृष्टि दोषों को ठीक करने के लिए चश्मा और कॉन्टैक्ट लेंस निर्धारित करता है और फिट करता है। नेत्र रोग और दृष्टि विकारों के कारणों और इलाज खोजने में बहुत सारे नेत्र रोग विशेषज्ञ भी शोध में शामिल हैं। क्योंकि वे मेडिकल डॉक्टर्स हैं इसलिए नेत्र रोग विशेषज्ञ कभी-कभी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान कर सकते हैं जो सीधे आंख से संबंधित नहीं हो सकती हैं और ऐसे मरीज़ों को उपचार के लिए सही मेडिकल डॉक्टरों के पास भेज सकते हैं।
केवल नेत्र रोग विशेषज्ञों को ही आंखों की सर्जरी करने की अनुमति होती है। चाहे वह मोतियाबिंद सर्जरी, ग्लूकोमा सर्जरी, रेटिना सर्जरी आदि हो। वे डायबिटीज़ जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से होने वाली जटिलताओं का प्रबंधन भी प्रदान करते हैं।
ऑप्टोमेट्रिस्ट एक हेल्थ केयर प्रोफेशनल होता है जो मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और उम्र से संबंधित मैकुलोपैथी जैसी संभावित गंभीर आंखों की बीमारियों और उच्च रक्तचाप और डायबिटीज़ जैसी सामान्य स्वास्थ्य स्थितियों का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्राथमिक नेत्र देखभाल चिकित्सकों के रूप में वे दृष्टि हानि (यानी रिफ्रैक्टिव एरर) के प्रमुख कारण को मैनेज करने में सक्षम होते हैं और निदान, रेफरल और सह-प्रबंधन के माध्यम से अंधेपन के अन्य कारणों के बोझ को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।
एक ऑप्टोमेट्रिस्ट एक ऑप्टोमेट्री ग्रेजुएट होता है। यह चार साल की अवधि का प्रोग्राम होता है। इन चार सालों में से तीन साल थियोरी, प्रैक्टिकल और क्लिनिकल लैब्स का एक कॉम्बिनेशन होता है और चौथा साल एक इंटर्नशिप होता है जहां स्टूडेंट्स सीधे मरीज़ के साथ बातचीत करते हैं और प्रेक्टिस करने वाले ऑप्टोमेट्रिस्ट की डायरेक्शन और गाइडेंस में प्रेक्टिस करते हैं।
एक ऑप्टिशियन आंखों का डॉक्टर नहीं होता है, लेकिन वे आई केयर टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। ऑप्टिशियंस चश्मे और अन्य आईवियर को फिट करने और बेचने के लिए ऑप्टोमेट्रिस्ट या नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा लिखे गए प्रिस्क्रिप्शन का उपयोग करता है।
ऑप्टिशियंस को आंखों की रोशनी को ठीक करने के लिए चश्मे के लेंस और फ्रेम, कॉन्टैक्ट लेंस और अन्य उपकरणों को डिजाइन, वेरीफाई और फिट करने के लिए ट्रेन्ड किया जाता है। इसके लिए वह नेत्र रोग विशेषज्ञ या ऑप्टोमेट्रिस्ट द्वारा दिए गए प्रिस्क्रिप्शन का उपयोग करते हैं। दृष्टि सुधार के लिए ऑप्टिशियंस को प्रिस्क्रिप्शन लिखने और नेत्र रोगों का निदान या उपचार करने की अनुमति नहीं है।
ऑप्टिशियन आंखों के चश्मे के एडजस्ट करते हैं, मरीज़ों को आईवियर के बारे में बताते हैं और लेंस को अच्छी तरह से फिट करने के लिए मरीज़ों की आंखों का माप लेते हैं।
अगर आपकी आंखें स्वस्थ हैं और आप नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच करा रहे हैं, तो फिर आपको विशेष चिकित्सा या सर्जिकल ट्रीटमेंट की ज़रूरत नहीं है। यह फिर आपके द्वारा चुने गए नेत्र चिकित्सक की व्यक्तिगत सुविधा का मामला है। नेत्र रोग विशेषज्ञ और ऑप्टोमेट्रिस्ट दोनों प्रकार के आंखों के डॉक्टर रुटीन आई एग्ज़ाम करते हैं। उन दोनों को नेत्र रोगों का पता लगाने, निदान करने और मैनेज करने के लिए ट्रेन्ड किया जाता है जिनके लिए चिकित्सा और गैर-चिकित्सा उपचार की ज़रूरत होती है।
हालांकि अगर आपको पहले से ही आंखों की कोई मेडिकल समस्या है, तो आपको बेस्ट आई डॉक्टर के पास ज़रूर जाना चाहिए। वह आपकी स्थिति को मॉनिटर और उपचार करने में अत्यधिक प्रशिक्षित और कुशल हैं। अगर आपको ग्लूकोमा, मैकुलर डिजनरेशन या मोतियाबिंद जैसी कोई समस्या है, तो आपको विशेष रूप से प्रशिक्षित नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा मेडिकल या सर्जिकल आई केयर करनी चाहिए।
ज़्यादातर ऑप्टोमेट्रिस्ट सामान्य आंखों की समस्याओं (जैसे सूखी आंखें और आंखों में इंफेक्शन) और कुछ अन्य पुरानी आंखों की बीमारियों (जैसे ग्लूकोमा) के लिए चिकित्सा उपचार प्रदान करेंगे। लेकिन कई आंखों की बीमारी के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा उपचार की आवश्यकता होती है। खासकर अगर सर्जरी या अन्य विशेष देखभाल की जरूरत हो। ऐसी स्थितियों के लिए आपको एक नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना होगा।
आप पहले किसी ऑप्टोमेट्रिस्ट से संपर्क करना चाह सकते हैं, क्योंकि वह आसानी से आपके घर या ऑफिस के आस-पास होते हैं। लेकिन जरूरत पड़ने पर वे आपको किसी स्पेशलिस्ट के पास रेफर कर सकते हैं, जो शायद उतनी सुविधाजनक जगह पर न हो। इसलिए बेहतर होगा कि आप पहले स्वयं किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें, जो आपके आस-पास हो और एक्सपर्ट हो।
ऑप्टोमेट्रिस्ट से पूछें कि क्या होगा अलग ऐसी समस्या का पता चलता है जिसके लिए डॉक्टर की देखभाल के दायरे से परे उपचार की आवश्यकता होती है? इस बारे में पूछें कि वह आपको किसके लिए रेफर करेगा? वह कहां पर है? किसी सर्जरी की आवश्यकता या उत्पन्न होने वाली जटिलताओं के मामले में, क्या वह अच्छी तरह से सुसज्जित हैं? यदि आप समय निकाल सकते हैं, तो इस विशेषज्ञ की सुविधाओं के बारे में पता करें। यह सब आपको अपनी आंखों और उनके स्वास्थ्य के लिए बेहतर निर्णय लेने के लिए प्रेरित करेगा।
दिल्ली-एनसीआर के बेस्ट नेत्र रोग विशेषज्ञों के नाम और उनके बारे में जानकारी निम्नलिखित है-
डॉक्टर श्वेता जैन आठ वर्षों से ज़्यादा के अनुभव के साथ एक एक्सपर्ट नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं। वह आंखों और दृष्टि के लिए बेस्ट क्वालिटी केयर प्रोवाइट करने के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने अपनी एम.बी.बी.एस. मणिपाल विश्वविद्यालय, कर्नाटक से पूरी की है जो भारत में इस क्षेत्र में शिक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में से एक है।
वह वर्ष 2012 से 2015 तक मोहन आई इंस्टीट्यूट के साथ डीएनबी ऑप्थल्मोलॉजी रही हैं। वह मोहन आई इंस्टीट्यूट में ऑप्टोमेट्रिस्ट और नेत्र रोग विशेषज्ञों को पढ़ाने और प्रशिक्षित करने के लिए समय दे रही हैं। वह एफआरसीएस (ग्लासगो) भी कर रही हैं।
उन्होंने अपने चुने हुए मार्ग दृष्टि और आंखों की देखभाल के विषय को समर्पित अलग-अलग थीसिस भी लिखी हैं। आपको एक उदाहरण देने के लिए उम्र से संबंधित मैक्युलर डीजनरेशन के मरीज़ों में स्पेक्ट्रल-डोमेन ओसीटी के साथ फ़ंडस फ़्लोरेसिन एंजियोग्राफी का तुलनात्मक मूल्यांकन। साथ ही वह ऑल इंडिया ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी की सदस्य हैं।
आई मंत्रा के प्रमुख के रूप में डॉ. श्वेता जैन को फेकमूल्सीफिकेशन सर्जरी डब्ल्यू/ पीसीआईओएल (टॉरिक और मल्टीफोकल आईओएलएस सहित), ईसीसीई के साथ पीसीआईओएल, एंटीरियर विट्रेक्टॉमी के लिए जाना जाता है।
डॉ. राजीव मोहन एक प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं जो न केवल गुणवत्तापूर्ण नेत्र देखभाल प्रदान कर रहे हैं बल्कि उत्तर भारत में आने वाले नेत्र रोग विशेषज्ञों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।
उन्होंने सन् 1985 में यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, दिल्ली से एमबीबीएस और सन् 1989 में कर्नाटक विश्वविद्यालय से नेत्र विज्ञान में परास्नातक पूरा किया। वर्ष 1990 में उन्होंने इंग्लैंड से विट्रो-रेटिना के क्षेत्र में अपना चिकित्सा प्रशिक्षण बढ़ाया और वर्ष 2002 में अपना एफआरसीएस (ग्लासगो) प्राप्त किया।
वह भारत में मोतियाबिंद के इलाज के लिए फेको सर्जरी की प्रक्रिया शुरू करने वाले पायोनीर में से एक हैं। वर्तमान में वह नेशनल सोसाइटी ऑफ प्रिवेंशन ऑफ ब्लाइंडनेस (एनएसपीबी) के कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
पिछले अठारह से ज़्यादा वर्षों से व्यक्तिगत और धर्मार्थ दोनों क्षेत्रों में नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट गतिविधियाँ प्रदान करने के लिए डॉ. मोहन ने कई पुरस्कार जीते हैं। जैसे लायंस क्लब इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा मेल्विन जोन्स फेलो और रोटरी क्लब इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा पॉल हैरिस फेलो। आप इनके साथ eyemantra.in पर अपनी अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं।
दिल्ली में फेमस मोहन आई इंस्टीट्यूट के डॉ. संजीव मोहन दृष्टि और दृष्टि देखभाल के क्षेत्र में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर से एमबीबीएस की डिग्री और धारवाड़ विश्वविद्यालय, बेलगाम से एमएस किया है।
इसके अलावा इन्होंने हाई सर्जिकल प्रोसीजर के लिए स्कॉटलैंड यूके में दो सालों की ट्रैनिंग ली। वर्तमान में मोहन आई इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग के अलावा वह इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) के सदस्य के रूप में बच्चों की आंखों की बीमारियों के क्षेत्र में आगे के शोध और नवाचारों के लिए समय देते हैं।
उनकी विशेषज्ञता का क्षेत्र मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, रेटिना और बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए दृष्टि संबंधी कठिनाइयों जैसी आंखों की स्थिति के निदान और उपचार में निहित है।
अपनी किसी भी तरह की आंखों की परेशानियों के लिए हमारे आंखों के डॉक्टरों से परामर्श करने के लिए आईमंत्रा हॉस्पिटल पर विज़िट करें। एक्सपर्ट नेत्र रोग विशेषज्ञों की हमारी टीम आपकी आंखों की पूरी देखभाल करेगी और आपकी आंखों के बारे में स्पष्टता के साथ समझाएगी। ज़्यादा जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट eyemantra.in पर जाएं।
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