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आमतौर पर चेहरे यानी गालों और पलकों के आसपास निकलने वाले यह दाने या फुंसी (मिलिया) एक छोटे सफेद और पीले दाने होते हैं। यह मुख्य रूप से केराटिन के कारण होते हैं और हमारी त्वचा की सतह के नीचे फंस जाते हैं। अक्सर नवजात शिशुओं में यह सफेद दाने पाए जाते हैं, लेकिन यह किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि, मिलिया आपकी किसी परेशानी का कारण नही बनता है, लेकिन इससे चेहरा खराब दिखाई देता है, जिसके कारण आप इसे हटाना चाहेंगे। इसलिए मिलिया को दूर करने के लिए नीचे कुछ घरेलू उपाय बताए गए हैं।
यह सफेद दाने कई प्रकार के हो सकते हैं, जैसेः
यह आमतौर पर नाक पर पाए जाते, हैं लेकिन यह चेहरे, सिर और मुंह के अंदर भी देखे जा सकते हैं। अक्सर नियोनेटल मिलिया और नियोनेटल एक्ने को पहचान पाना मुश्किल होता है। हालांकि नियोनेटल एक्ने आकार में अलग हो सकते हैं और आमतौर पर लाल होते हैं, जबकि नियोनेटल मिलिया आकार में समान होते हैं जिनमें कोई लालपन नहीं होता। नियोनेटल मिलिया नवजात शिशुओं में पाई जाने वाली एक आम बीमारी है, जबकि नियोनेटल एक्ने जन्म के दो हफ्ले बाद होते हैं।
यह बच्चों और वयस्कों दोनों में हो सकता है और कई हफ्तों या महीनों तक रह सकता है। आमतौर पर यह पलकों, गाल और माथे पर दिखाई देता है।
इसमें कई सफेद दाने या फुंसियां आसपास की त्वचा पर एक बड़ा फ्लैट पैच बनाती हैं। यह बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन आमतौर पर यह मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं में पाया जाता है। पलकों, कान के पीछे या गालों पर बनने वाली यह सफेद फुंसियां बहुत दुर्लभ प्रकार का मिलिया है, जो लाइकेन प्लेनस या डिस्कोइड ल्यूपस एरिथेमैटोसस जैसी अन्य त्वचा की समस्याओं से भी जुड़ा हो सकता है।
इस प्रकार के सफेद दानों या फुंसियों को सेकेंडरी मिलिया के रूप में जाना जाता है। यह त्वचा की चोट के बाद होता है, जिसमें शामिल हैं:
पलकों और गालों पर होने वाले यह सफेद दाने से आमतौर पर किसी प्रकार का जोखिम नहीं होता है, लेकिन चोट जैसी अन्य स्थितियों जुड़े होने पर इस स्थिति का अलग से इलाज किया जाना चाहिए। सफेद दानों का ठीक से निदान करना ज़रूरी है, क्योंकि अल्सर, मुंहासे जैसी बीमारियों और मिलिया यानी सफेद दानों को पहचान पाना मुश्किल हो सकता है। इन सफेद दानों से किसी भी प्रकार की परेशानी दिखाई देने पर डॉक्टर से संपर्क करना सुनिश्चित करें और समय पर उचित उपचार करवाएं।
इन सफेद दानों को किसी उपचार की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि यह समय के साथ अपने आप साफ हो जाते हैं। खासतौर से पलक के नीचे मौजूद सफेद दाने आपकी परेशानी का कारण बन सकते हैं, जिससे बचाव के लिए आप बताए गए कुछ घरेलू उपचारों को आजमा सकते हैं:
आंखों के नीचे मिलिया के इलाज के लिए त्वचा विशेषज्ञ निम्नलिखित प्रक्रिया का उपयोग करेंगे:
नवजात शिशुओं में होने वाले सफेद दानों को रोकना संभव नहीं है। हालांकि, जब यह सफेद दाने किसी अन्य त्वचा की स्थिति या चोट से जुड़े होते हैं, तो उचित उपचार उन्हें वापस आने से रोकने में मदद करता है।
कुछ तरीकों से पलकों के नीचे होने वाले सफेद दानों को रोका जा सकता है:
मिलिया हमारे शरीर के कई हिस्सों जैसे गाल, पलकों और नाक पर बनने वाली एक पीली या सफेद गांठ होती है। यह लंबे समय तक होने वाली समस्याओं का कारण नहीं बनते हैं और ज़्यादातर मामलों में इन्हें कुछ हफ्तों के अंदर बिना उपचार के ठीक किया जा सकता है। वयस्कों और बच्चों की तुलना में नवजात शिशुओं में बनने वाले मिलिया बंप जल्दी गायब हो जाते हैं। अगर कई हफ्तों के बाद भी यह सफेद दाने ठीक नहीं होते, तो डॉक्टर से परामर्श करें, क्योंकि कभी-कभी यह त्वचा की अन्य स्थितियों या चोट से जुड़ा होता है। कई घरेलू उपचार के माध्यम से आप सफेद दानों का इलाज करके अपनी त्वचा को स्वस्थ रख सकते हैं।
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