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ग्लूकोमा को काले मोतियाबिंद के नाम से भी जाना जाता है। ग्लूकोमा का उपचार कई कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें ग्लूकोमा के प्रकार, तकनीक, उपकरण और अस्पताल में इस्तेमाल किये जाने वाले उपचार के प्रकार सहित कई अन्य कारक शामिल हैं। आमतौर पर ग्लूकोमा का इलाज आपकी आंखों के दबाव को कम करके किया जाता है। कई प्रकार के उपचार उपलब्ध हैं, जिनसे ग्लूकोमा के मरीजों का निदान करने में मदद मिलती है। हालांकि, इनके ज़रिए ग्लूकोमा से होने वाले नुकसान को ठीक नहीं किया जा सकता है, क्योंकि ग्लूकोमा से होने वाले यह नुकसान स्थायी है। डॉक्टरों की मानें, अनुपचारित ग्लूकोमा कई बीमारियों का कारण बन सकता है। ऐसी स्थिति में समय रहते ग्लूकोमा का उपचार किया जाना बहुत ज़रूरी है, जिससे आंखों को गंभीर नुकसान से बचाया जा सकता है। नेत्र रोग विशेषज्ञों द्वारा ग्लूकोमा का उपचार अलग-अलग उपचार विधियों की मदद से किया जाता है।
अगर कोई व्यक्ति ग्लूकोमा से पीड़ित है, तो डॉक्टर उस व्यक्ति को समय पर ग्लूकोमा का उपचार करवाने की सलाह देते हैं। ऐसा करके मरीजों में संभावित आंखों की बीमारियों को रोकने में मदद मिलती है। आमतौर पर ग्लूकोमा की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है, लेकिन डॉक्टरों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला उपचार का प्रकार इसका मुख्य कारक है।
ग्लूकोमा उपचार के प्रकार में निम्न शामिल हैं:
ग्लूकोमा उपचार के प्रकार निम्नलिखित हैंः
डॉक्टर ग्लूकोमा वाले मरीजों को दवाओं का इस्तेमाल करने की सलाद देते हैं, क्योंकि इन दवाओं से ग्लूकोमा को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। आमतौर पर यह दवाएं आईड्रॉप होती हैं, जिनसे आंखों में दबाव को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही यह आईड्रॉप मरीजों की ऑप्टिक तंत्रिका को भी नुकसान से बचाते हैं। इस्तेमाल की जाने वाली आई ड्रॉप के प्रकार के आधार पर इन दवाओं की कीमत लगभग 10000 से 80000 प्रति वर्ष हो सकती है। कभी-कभी ग्लूकोमा से पीड़ित मरीजों का उपचार स्वास्थ्य बीमा द्वारा कवर किया जाता है। इसमें मरीज को सिर्फ डॉक्टर के पास जाने आदि का खर्च देना होता है। हालांकि, दवा का खर्च बीमा कंपनियों द्वारा दिया जाता है।
डॉक्टरों द्वारा लेजर का इस्तेमाल आंखों में दबाव कम करने के लिए किया जाता है, ताकि आपकी आंख से तरल पदार्थ को निकाला जा सके। कुछ मरीजों को आई ड्रॉप शेड्यूल को याद रखने में कठिनाई होती है, जिसकी वजह से ज़्यादातर मरीज लेजर उपचार को पसंद करते हैं। ऐसी स्थिति में मरीजों के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि लेजर उपचार फायदेमंद होने के साथ-साथ नुकसानदायक भी है।
आमतौर पर ग्लूकोमा उपचार की यह प्रक्रिया कम खर्चीली होती है, जिनकी मदद से मरीजों में बहुत तेजी से रिकवरी होती है। हालांकि, ग्लूकोमा के उपचार की यह कीमत 80,000 से लेकर 1,40,000 तक अलग हो सकती है। इसके अलावा लेजर उपचार की कीमत इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक और उपकरण आदि के कारण भी अलग हो सकती है।
कुछ मामलों में डॉक्टर ग्लूकोमा का उपचार सर्जरी के माध्यम से करते हैं। डॉक्टरों द्वारा यह उपचार सिर्फ उन मरीजों के निर्धारित किया जाता है, जिनका इलाज दवाओं या लेजर प्रक्रिया द्वारा नहीं किया जाता है। इसके साथ ही एमआईजीएस को हल्के खुले-कोण-ग्लूकोमा का इलाज करने के लिए मोतियाबिंद सर्जरी के साथ जोड़ा जाता है। यह उपचार अन्य दो प्रक्रियाओं की तुलना में ज़्यादा महंगा है, जिसके लिए अस्पताल की सेटिंग में एक खास सर्जन की ज़रूरत होती है। हालांकि, इस सर्जरी प्रक्रिया की औसत कीमत लगभग 4,00,000 से 5,00,000 है।
उपचार के प्रकार | औसत कीमत (रुपये में) |
दवाएं | 10,000 से 80,000 |
लेजर ट्रैबेकुलोप्लास्टी | 80000 से 140000 |
सर्जरी | 4,00,000 से 5,00,000 |
डॉक्टर मरीज की स्थिति के आधार पर उपचार के प्रकार को चुनते हैं। हालांकि, प्रत्येक अस्पताल में ग्लूकोमा उपचार की कीमत उपकरण, प्रौद्योगिकी, सुविधाओं आदि के आधार पर अलग होती है।
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