भेंगापन (Squint)

भेंगापन सर्जरी: जटिलताएं और रोकथाम – Squint Surgery: Jatiltayein Aur Roktham

भेंगापन सर्जरी की जटिलताएं – Squint Surgery Ki Jatiltayein

आमतौर पर भेंगापन सर्जरी की सफलता दर उच्च है, लेकिन किसी भी अन्य सर्जरी की तरह भेंगापन सर्जरी में भी जटिलताओं की संभावना है। इन जटिलताओं से बचना मुश्किल है, हालांकि ऑपरेशन के बाद मिलने वाले नतीजों को शीघ्र निदान और उपचार से सुधारा जा सकता है। सिस्टम की जटिलता के कारण भेंगापन सर्जरी सिर्फ एक समस्या का समाधान कर सकती है। यह स्ट्रैबिस्मस सर्जरी से बहुत ज्यादा संबंधित है, जिससे किसी जटिल समस्या के सिर्फ एक हिस्से को हल करने में मदद मिलती है।

भेंगापन सर्जरी – Squint Surgery

भेंगेपन को अक्सर स्ट्रैबिस्मस के नाम से जाना जाता है। इस स्थिति में किसी व्यक्ति की दोनों आंखें एक ही समय में एक ही स्थान पर नहीं देखती हैं। दूसरे शब्दों में कहें, तो भेंगापन आंखों का गलत संरेखण है, जिसे क्रॉस आईज़ भी कहते हैं। इसमें किसी भी प्रकार का गलत संरेखण शामिल हो सकता है, जैसे दोनों आंखों का एक दिशा के बजाय अलग-अलग दिशा में अंदर, बाहर, ऊपर या नीचे की तरफ इशारा करना। भेंगापन तब होता है, जब एक आंख को नियंत्रित करने वाली मांसपेशियां इसे दूसरे के साथ ठीक से संरेखित नहीं करती हैं और इस स्थिति के कारण दोहरी दृष्टि हो सकती है।

भेंगापन सर्जरी गैर-संरेखित दृष्टि को ठीक करती है। इस स्थिति में एक आंख की मांसपेशी ठीक से काम नहीं करती है और अंदर, ऊपर, नीचे या बाहर की तरफ मुड़ जाती है, जबकि दूसरी आंख एक जगह पर ध्यान केंद्रित करती है। ऐसा हर समय या कुछ अंतराल में हो सकता है। कई बार ऐसे मामलों में दोषपूर्ण दृष्टि को ठीक करने के लिए चश्मे या आंखों के व्यायाम की सलाह दी जाती है। जबकि कुछ मामलों में इन उपायों से मदद नहीं मिलने पर भेंगापन सर्जरी की जाती है। भेंगापन सर्जरी भेंगेपन को ठीक करके सामान्य दृष्टि बहाल कर सकती है, लेकिन कभी-कभी भेंगापन सर्जरी सुधार के बजाय जटिलताओं का कारण बनती है।

भेंगापन के लक्षण और संकेत

भेंगापन सर्जरी के लक्षण और संकेत इस प्रकार हैंः

  • दोहरी दृष्टि
  • ओवरलैपिंग इमेज
  • अस्थिर या चलती छवियों को देखना
  • आंखों में तनाव या थकान
  • सिरदर्द
  • खराब गहराई की धारणा

भेंगापन सर्जरी की जटिलताओं के प्रकार –  Squint Surgery Ki Jatiltaon Ke Prakar

भेंगापन सर्जरी से कई प्रकार की जटिलताएं हो सकती हैं, जो निम्नलिखित हैं-

आंखों के संरेखण में परेशानी

सभी सर्जरी आंखों के संरेखण में पूरी तरह से सुधार नहीं कर सकती है। कभी-कभी नेत्रगोलक को पकड़ने वाले टांके ढीले होकर टूट जाते हैं, जिससे एक मांसपेशी फिसल जाती है। हालांकि, यह दुर्लभ जटिलता सिर्फ 400 मामलों में से 1 में देखने को मिलती है। आमतौर पर यह जटिलता सर्जरी करते समय या ऑपरेशन के बाद पहले हफ्ते में हो सकती है। सर्जरी के दौरान मरीजों द्वारा इसे महसूस किया जा सकता है, जिसके कारण मरीज आंख को एक विशेष दिशा में स्थानांतरित करने में असमर्थ होते हैं।

दोहरी दृष्टि (डिप्लोपिया)

डिप्लोपिया या दोहरी दृष्टि में आपको किसी एक वस्तु की दो छवियां दिखाई देती हैं। यह भेंगापन की सामान्य और आकस्मिक सर्जरी से होने वाली जटिलताओं में से एक है। इस प्रकार की जटिलता खासतौर से बच्चों और युवा वयस्कों में आम है और ज्यादा समय तक बने रहने पर प्रिज्म से इसका इलाज संभव है। अगर प्रिज्म भी डिप्लोपिया में सुधार नहीं कर पाता है, तो दोहरी दृष्टि को ठीक करने के लिए दोबारा ऑपरेशन किया जाता है।

श्वेतपटल में छेद

श्वेतपटल में छेद (स्क्लेरल परफोरेशन) भेंगापन सर्जरी के कारण होने वाली जटिलताओं में शामिल है, जो सर्जरी के दौरान नेत्रगोलक की बाहरी परत में सर्जिकल सुई लगने से होती है। इन जटिलताओं की घटना आमतौर पर 1 या 2 प्रतिशत मामलों में होती है, जबकि ज्यादातर मामलों में स्क्लेरा में छेद से कोरियोरेटिनल निशान के अलावा कोई गंभीर नुकसान नहीं होता है। हालांकि, यह एंडोफ्थालमिटिस, विट्रियस हेमरेज, या रेटिना डिटेचमेंट का कारण भी बन सकता है।

सर्जरी के बाद इंफेक्शन

आंखों में इंफेक्शन का संभावित खतरा भेंगापन सर्जरी की अन्य जटिलता है। यह इंफेक्शन आमतौर पर कंजक्टिवा के प्रारंभिक सर्जिकल चीरे के आसपास और सर्जरी के बाद पहले हफ्ते में होते हैं। एंडोफ्थालमिटिस भेंगापन सर्जरी से होने वाला ऐसा ही इंफेक्शन है। इस प्रकार के इंफेक्शन हल्के या गंभीर हो सकते हैं, जिन पर तत्काल ध्यान देने की ज़रुरत होती है।

खोई हुई या फिसली हुई मांसपेशी

एक खोई हुई मांसपेशी तब होती है, जब सर्जरी में मांसपेशी सर्जिकल उपचार से फ्री हो जाती है। इस दौरान टांके मसल बेली को सुरक्षित करने के बजाय सिर्फ सुपरफिशल मस्कुलर कैप्सूल पर कब्जा करते हैं। आमतौर पर सर्जरी के बाद इस फिसली हुई मांसपेशी को मांसपेशी कैप्सूल के अंदर वापस ले जाया जा सकता है।

एंडोफ्थालमिटिस

भेंगापन सर्जरी के बाद इस जटिलता की संभावना बहुत कम है। एंडोफ्थालमिटिस के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन इसमें कई जोखिम कारक शामिल हैं। भेंगापन सर्जरी के बाद एंडोफ्थेलमिटिस के विकास का जोखिम बढ़ जाता है, जिसका जिम्मेदार श्वेतपटल का छेद होता है। खासतौर से बच्चों में एंडोफ्थालमिटिस का निदान करना बेहद मुश्किल है। अक्सर सर्जन ऑपरेशन करते वक्त सावधानी बरतते हैं, जिससे इस जटिलता को रोका जा सकता है।

इंटीरियर सेगमेंट इस्किमिया

यह दुर्लभ जटिलता दृष्टि को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। इस्किमिया के एक गंभीर मामले में पुतली के आकार और प्रतिक्रियाशीलता में बदलाव, पोस्टऑपरेटिव यूवाइटिस, मोतियाबिंद, केराटोपैथी और दृष्टि हानि शामिल हो सकती है। जब एक ही आंख में कई मांसपेशियों पर सर्जरी की जा रही हो, तो इंटीरियर सेगमेंट इस्किमिया का जोखिम ज्यादा होता है।

भेंगापन सर्जरी की जटिलताओं का प्रबंधन – Squint Surgery Ki Jatiltaon Ka Management

सभी भेंगापन सर्जरी में जटिलताओं का खतरा होता है। इसके ज़रूरी है कि आप सर्जरी के बाद होने वाली जटिलताओं को जोखिम कम करना और जटिलताओं को मैनेज करने का तरीका जानें। कुछ तरीकों की मदद से आप इस लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। भेंगापन सर्जरी की पोस्ट-ऑपरेटिव जटिलताओं की देख-रेख आंखों में इंफेक्शन को रोकने, दर्द से राहत और आंखों की निगरानी करने में मदद करती है।

भेंगापन सर्जरी के बाद देखभाल

  • भेंगापन सर्जरी से होने वाली जटिलताओं की देख-रेख सर्जरी से पहले शुरू होती है। इसके लिए आपको चिकित्सक/सर्जन को अपनी आंखों की सर्जरी का पिछला अनुभव बताना ज़रूरी है। अगर पहले कोई सर्जरी नहीं हुई है, तो आप उन्हें दर्द के प्रति अपनी सहनशीलता के बारे में बता सकते हैं। इसके लिए डॉक्टर आपको कुछ आई ड्रॉप दे सकते हैं, जो सूजन कम करने और दर्द को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
  • आप अगले दिन से आप ज्यादातर दैनिक गतिविधियां कर सकते हैं, लेकिन किसी भी गतिविधि के दौरान दर्द महसूस होने पर आपको तुरंत रुक जाना चाहिए और डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
  • इंफेक्शन से बचने के लिए दो या तीन दिनों के लिए साबुन और शैम्पू जैसे उत्तेजक पदार्थों के इस्तेमाल से बचें। इसके अलावा मरीज को आत्मविश्वास महसूस होने पर ही स्विमिंग और ड्राइविंग जैसा कार्य करना चाहिए।
  • आप तुरंत चश्मा पहनना शुरू कर सकते हैं, लेकिन सर्जिकल प्रक्रियाओं के बाद लगभग दो हफ्ते तक कॉन्टैक्ट लेंस के इस्तेमाल से बचें।
  • अगर आपको आंखों से हरे या पीले रंग का स्राव, लगातार तेज दर्द, दृष्टि में कमी या आंखों की अन्य समस्याएं हैं, तो तुरंत अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लें या अपने डॉक्टर को सूचित करें।

आई मंत्रा – Eye Mantra

सर्जिकल प्रक्रिया के एक महीने बाद निर्धारित किया जा सकता है कि भेंगापन सर्जरी सफल रही है या नहीं। इसके अलावा भेंगापन सर्जरी की जटिलताओं से बचने के लिए आपको नेत्र चिकित्सक के संपर्क में रहना ज़रूरी है। किसी भी प्रकार की समस्या और दृष्टि या आंख में महसूस होने वाले बदलावों के बारे में तुरंत डॉक्टर को सूचित करें।

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