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ज्यादातर समय आंखों में खुजली होने पर हम उन्हें रगड़ते हैं। आमतौर पर आंखों में खुजली तब होती है, जब हम हवा या खुले वातावरण में बिना चश्मे के निकलते हैं। इस दौरान आंख को करीब से देखने पर हमें टूटी हुई पलक या एक छोटा सा कण दिखाई दे सकता है। इस बाहरी कण को व्यक्ति खुद या किसी दूसरे की मदद लेकर आसानी से हटा सकते हैं, क्योंकि इतनी छोटी सी समस्या के लिए किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास जाने की ज़रूरत नहीं होती।
कभी-कभी आंख में ऐसे कण जा सकते हैं, जो आंखों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा किसी नुकीली वस्तु को संभालते समय धातु का एक छोटा हिस्सा आपकी आंख में प्रवेश कर सकता है या कोई हानिकारक वस्तु आंख में छेद कर सकती है। कई बार इस तरह की घटनाएं तमाम सावधानियां बरतने के बाद भी हो सकती हैं।
आंख में प्रवेश करने वाले इस बाहरी कण को फॉरेन बॉडी के नाम से भी जाना जाता है और आंखों में इसकी मौजूदगी से कई तरह के नेत्र रोग हो सकते हैं। ज्यादातर मामलों में यह बाहरी कण किसी व्यक्ति की आंख में तब प्रवेश करता है, जब व्यक्ति आंखों को सुरक्षा प्रदान करना वाला चश्मा पहने बिना ऐसे वातावरण में काम करता है, जहां उसका संपर्क छोटे उड़ने वाले अवशेष से होता है।
हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग हमारी आंखें है, जो हमें सूरज ढ़लने, रात के समय आसमान में होने वाली आतिशबाजी, हमारे सिर पर चमकते चंद्रमा और सितारों को देखने में सक्षम बनाती हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आंखों के ज़रिए हम अपने प्रियजनों को भी देख सकते हैं और शरीर का इतना अहम हिस्सा होने के कारण आंखों की उचित देखभाल ज़रूरी है। आंखें हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील हिस्सा हैं और कई बार उंगली से हल्का रगड़ने से भी आंखों में लालपन या जलन की समस्या हो सकती है।
पिछले एक दशक में नेत्र विज्ञान को हासिल हुई ज़बरदस्त सफलता के बाद भी आंखों से संबंधित बहुत सी समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं। कभी-कभी किसी बाहरी कण के प्रवेश से आंखों में बड़ी समस्या पैदा हो सकती है। आंख में बाहरी कण मौजूद होने के कई लक्षण हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं-
नीचे बताए गए उपायों के ज़रिए आप आसानी से अपनी आंखों की सुरक्षा कर सकते हैं, जैसे:
उचित दिशा निर्देशों के पालन से आंख में गए मामूली अवशेष को घर पर ही ठीक किया जा सकता है। कई बार आंखों में जाने वाला अवशेष बड़ा होता है और मदद के बाद भी बाहर नहीं आता, तो ऐसे मामलों में व्यक्ति को चिकित्सा सहायता लेनी पड़ती है। अगर किसी ने आंखों के लेंस या किसी तरह का आंखों का मेकअप लगाया हुआ है, तो आंख से अवशेष निकालने की कोशिश से पहले इसे हटा देना चाहिए। घर पर रहकर भी आंखों में प्रवेश करने वाले बाहरी कण का उपचार संभव है, जिसके लिए निम्नलिखित निर्देशों का पालन करना ज़रूरी है:
बाहरी कण निकलने के बाद इसका उपचार भी ज़रूरी है। बाहरी कण को लेकर ज़्यादा सावधान रहने की ज़रूरत होती है, क्योंकि कई मामलों में इसे सर्जरी की मदद से भी हटाया जा सकता है, लेकिन सर्जरी के बाद आपको प्रभावित आंख को कुछ दिन ढ़ककर रखना होता है। भले ही छोटे बाहरी कण को कुछ घरेलू उपचारों के इस्तेमाल से हटा दिया गया है, लेकिन इसके बाद भी सावधानी बरतना बेहद जरूरी है:
सावधानी हमेशा इलाज से बेहतर होती है। आपकी आंखें के कारण ही आप प्रकृति के अद्भुत नजारों और अपने परिवार को देख पाते हैं। आंखें हमारे शरीर में बेहद संवेदनशील होती हैं और इसीलिए आंखों को देखभाल की ज़्यादा ज़रूरत होती है। हमेशा सही सावधानियों का पालन करें और किसी भी समस्या के मामले में सही कदम उठाएं।
अपनी आंखों का इलाज करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास जाएं और नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच करवाएं। वह आपकी आंखों की बीमारी के इलाज के सर्वोत्तम तरीके से आंकलन करने में सक्षम होंगे। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट eyemantra.in पर जाएं।
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