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आईसीएल सर्जरी से संभावित जटिलताएं- Potential Complications from ICL Surgery
आईसीएल को इम्प्लांट करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है। अन्य प्रक्रिया की तुलना में आईसीएल के कुछ सुरक्षा लाभ हैं। यह अन्य प्रक्रिया के विपरीत ये हटाने योग्य हो सकता है। यह अपकी आंखों को सुखा नहीं रखता है। यह आमतौर पर लेसिक या पीआरके के मुकाबले में बेहतर रात की नजर देता है। इन दो प्रक्रियों के मुकाबले में तेज गुणवत्ता की नजर भी देता है। ये अन्य सर्जिकल प्रक्रियाएं की तरह आईसीएल सर्जरी जटिलताएं के जोखिम भी हो सकते हैं। हालांकि, जब एक अनुभवी सर्जन के द्वारा आईसीएल सर्जरी करी जाती है, तो जटिलताएं होने का जोखिम काफी कम होता है।
अब जानते है की ऐसे दुर्लभ और गंभीर आईसीएल आई सर्जरी साइड इफेक्ट्स जो अक्सर देखे जाते है और जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए ताकि आप सर्जरी के साथ आरामदायक हो सकें। जैसे की
अंडरकरेक्शन- Undercorrection
अंडरकरेक्शन का मतलब है कि आईसीएल के द्वारा आपकी निकट दृष्टि दोष (nearsightedness) को पूरी तरह से ठीक नहीं किया गया था, इसलिए आप अभी भी थोड़े निकट दृष्टि (nearsighted) वाले व्यक्ति हैं। थोड़ी सी भी कमी आपके नजर को गंभीर रूप से प्रभावित नहीं करेगी और चालीस से ज्यादा उम्र के रोगियों में पढ़ने की नजर में मदद करने के लिए अक्सर इच्छुक होते है। अगर अंडरकरेक्शन धुंधलापन का कारण बनने के लिए के काफी है, तो आपका सर्जन आपके लिए एक वृद्धि प्रक्रिया ही सलाह करेंगे।
अतिसुधार- Overcorrection
अतिसुधार का मतलब है कि आपकी निकट दृष्टि दोष (nearsightedness) को दूरदर्शी (Farsighted) से ज्यादा सही किया गया था। दूरदर्शिता (Farsightedness) के कारण पास से साफ देखने मे मुश्किल हो सकता है। अंडरकरेक्शन की तरह, एक महत्वपूर्ण अतिसुधार को वृद्धि प्रक्रिया के साथ सही किया जा सकता है।
आईसीएल सर्जरी के बाद की जाने वाली सबसे आम वृद्धि प्रक्रिया लेसिक है, और यह आमतौर पर आईसीएल प्रक्रिया के तीन महीने बाद की जाती है। लेसिक कम मात्रा में अवशिष्ट निकट दृष्टिदोष (nearsightedness), दूरदर्शिता (Farsightedness), या दृष्टिवैषम्य (astigmatism) को आसानी से ठीक कर सकते है। अगर आईसीएल सर्जरी के बाद रोगियों के लिए लेसिक एक अच्छी वृद्धि प्रक्रिया है, तो आपको हैरानी हो सकती है कि सर्जन पहली जगह पर लेसिक क्यों नहीं करते है। इसका कारण यह है कि लेसिक छोटे या मध्यम सुधार के लिए अच्छा है, लेकिन उच्च सुधार के लिए अच्छा नहीं है जहां आईसीएल सही रहता है।
प्रेसबायोपिया- Presbyopia
निकट दृष्टि का नुकसान एक उम्र बढ़ने का एक प्राकृतिक हिस्सा है। जैसा कि पहले चर्चा की गई है, हम इस प्रक्रिया को प्रेसबायोपिया कहते हैं। प्रेसबायोपिया आईसीएल के साथ थोड़ी जल्दी होता है। सामान्य रूप से उत्कृष्ट दृष्टि वाले लोगों को 45 या उससे ज्यादा की उम्र में पढ़ने का चश्मा मिलता है। अगर आप आईसीएल के साथ उत्कृष्ट दूर दृष्टि के लिए सही किया गया है, तो आपको बयालीस or तैंतालीस साल की उम्र में पढ़ने के चश्मे की जरूरत होगी। अगर आपकी उम्र 40 से अधिक है, तो आईसीएल के साथ मोनोविज़न आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है।
रात के समय छल्ले या स्टारबर्स्ट दिखना- Night Time Halos and Starburst
जैसा कि पहले भी बताया गया है छल्ले तब होते है जब आप एक अंधेरा वातावरण में होते हैं और एक छोटी चमकदार रोशनी, जैसे हेडलाइट या गली की बत्ती को देखते हैं। छल्ले वो चमक है जो रोशनी को घेरे रहती है। जबकि स्टारबर्स्ट रोशनी की छोटी नुकीली किरणे हैं जो प्रकाश स्रोत से निकलती हैं। हर किसी को रात में कुछ हद तक छल्ले और स्टारबर्स्ट दिख सकते है, भले ही अपकी अपवर्तक सर्जरी न हुई हो।
आईसीएल आमतौर पर लेसिक की तुलना में बेहतर रात की नजर देता है। हालांकि, आईसीएल अभी भी रात में रोशनी के आसपास छल्ले और स्टारबर्स्ट में बढ़ने का कारण बन सकता है। जब पुतली रात में फैलती है, तो यह आईसीएल के व्यास से बड़ी होती है। आईसीएल के किनारे के बाहर पुतली के द्वारा आंख में रोशनी प्रवेश करती जो छल्ले दिखने का कारण बनता है। ये लक्षण कम रोशनी की स्थिति में परेशान करने वाले हो सकते हैं, जैसे रात में गाड़ी चलाना।
बढ़ा हुआ आंख का दबाव- Increased eye pressure
एक दुर्लभ आईसीएल दुष्प्रभाव आंखों के दबाव में अचानक बढ़ता है। यह सर्जरी के बाद पहले हफ्ते में हो सकता है जब इरिडोटोम्स (iridotomy) के द्वारा से तरल आंख के पीछे से सामने की ओर प्रवाह नहीं हो पाता है। अगर ऐसा होता है, तो आप अपने नेत्रगोलक में या आंख के आसपास के क्षेत्र में तेज दर्द महसूस करेंगे। यह साइनस सिरदर्द जैसा लगता है। आपका जी मचल सकता है। साथ ही आपको सर्जरी के बाद पहले हफ्ते में दर्द या जी मचल सकता है, तो अपने डॉक्टर से संर्पक करना जरुरी है, भले ही यह आधी रात में हो। डॉक्टर दर्द को बहुत जल्दी दूर करने में योग्य होंगे। इंतजार न करें क्योंकि यह और भी खराब हो जाएगा।
आंखों के दबाव में आकस्मिक वृद्धि हो, तो ये दो स्थिति में हो सकता है।
- पहली स्थिति यह है कि अगर इरिडोटोम्स (iridotomy) काफी बड़ा नहीं है। इसके माध्यम से द्रव प्रवाहित नहीं हो सकता है, और दबाव बढ़ जाता है। डॉक्टर लेजर से इरिडोटोम्स (iridotomy) को बड़ा करके इसका आसानी से इलाज किया जाता है।
- दूसरी स्थिति यह है कि आईसीएल आपकी आंख के लिए बहुत बड़ा है। आईसीएल अलग-अलग आकार में आता है। डॉक्टर सही आकार पता करने के लिए सर्जरी से पहले आपकी आंख का ध्यान से माप लेते हैं, लेकिन यह बिलकुल भी विज्ञान नहीं है। दुर्लभ स्थिति में आईसीएल बहुत बड़ा होता है। इस मामले में अत्यधिक बड़े आईसीएल परिधीय इरिडोटॉमी पर जोर देता है और इसे बंद कर देता है। इस स्थिति का इलाज आईसीएल को हटाकर और इसे छोटे लेंस से बदलकर किया जाता है।
आईसीएल के अन्य जोखिम- Other risks of ICL
हालांकि आईसीएल सर्जरी को सुरक्षित दिखाया गया है, लेकिन इससे जटिलताएं हो सकती हैं जैसे:
ग्लूकोमा (Glaucoma): अगर आईसीएल का आकार बड़ा है या सही ढंग से नहीं लगाया गया है, तो यह आपकी आंखों में दबाव बढ़ा सकता है। इससे ग्लूकोमा हो सकता है।
नजर की हानि (Vision loss): अगर आपकी आंखों का दबाव बहुत अधिक समय तक बना रहता है, तो आपको नजर की हानि का अनुभव हो सकता है।
प्रारंभिक मोतियाबिंद (Early cataract): एक आईसीएल आपकी आंखों में तरल के परिसंचरण को कम कर सकता है, जिससे मोतियाबिंद का खतरा बढ़ जाता है। यह तब भी हो सकता है जब आईसीएल ठीक से आकार में नहीं है या पुरानी सूजन का कारण बन सकता है।
धुंधली दृष्टि (Blurry vision): धुंधली दृष्टि मोतियाबिंद और ग्लूकोमा का एक लक्षण है। अगर लेंस सही आकार का नहीं है, तो आपको अन्य दृष्टि समस्यांए भी हो सकती हैं, जैसे छल्ले या दोहरी नजर।
बादल छाए कॉर्निया (Cloudy cornea): आंख की सर्जरी उम्र के साथ आपके कॉर्निया में अंतर्कलीय कोशिका को कम करती है। अगर कोशिका बहुत तेजी से घटते हैं, तो आप एक बादल छाए हुए कॉर्निया और नजर की हानि को विकसित कर सकते हैं।
रेटिना अलग होना (Retinal detachment): आंख की सर्जरी से आपके रेटिना के अपने सामान्य स्थिति से अलग होने का खतरा भी बढ़ जाता है। यह एक rare complication है जिसके लिए आपातकालीन ध्यान देने की जरुरत पढ़ती है।
आंख का संक्रमण (Eye infection): यह भी एक आसामन्य दुष्प्रभाव है। इसके परिणाम से स्थायी नजर हानि हो सकती है।
अतिरिक्त सर्जरी (Additional surgery): लेंस को हटाने और सबंधित दिक्कत को ठीक करने के लिए आपको एक और सर्जरी की जरुरत हो सकती है।
आई मंत्रा – Eye Mantra
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