Contents
- 1 लेसिक सर्जरी – LASIK surgery
- 2 लेसिक के लिए सही उम्मदीवार – Right Candidate for LASIK
- 3 लेसिक सर्जरी से पहले की प्रक्रिया – Pre-Lasik surgery
- 4 लेसिक सर्जरी के दौरान की प्रक्रिया – Procedure during LASIK surgery
- 5 सर्जरी के बाद की प्रक्रिया – Post Surgery Procedure
- 6 निष्कर्ष– Conclusion
- 7 आई मंत्रा – Eye Mantra
लेसिक सर्जरी – LASIK surgery
लेसिक आंख की सर्जरी नजर की दिक्कतों को सुधार ने में सबसे जानी मानी और आमतौर पर की जाने वाली लेजर अपवर्तक सर्जरी है। लेसिक का पूरा नाम लेजर-असिस्टेड सीटू केराटोमिलेसिस (LASIK) है जो चश्मे या कॉन्टेक्ट लेंस का अच्छा विकल्प हो सकता है।
इस सर्जरी की प्रक्रिया के दौरान नजर में सुधार के लिए आपकी आंख की पुतली (cornea) के सामने गुंबद के आकार का साफ ऊतक के आकार को ठीक से बदलने के लिए एक विशेष प्रकार के काटने वाले लेजर का इस्तेमाल किया जाता है।
सामान्य दृष्टि वाली आंखों में प्रकाश पुतली (cornea) और लेंस से होते हुए पर्दे (Retina) पर पढ़ती है जो झुकी हुई होती हैं। और पर्दे (Retina) से एक नस निकलती है। जो आपके दिमाग से जुड़ी होती है. जिससे आप देख पाते है। अब मोतियाबिंद में लेंस उम्र के साथ सफेद या धुंधला हो जाता है जिसके वजह से जो लाइट आपकी आँखों के अंदर आ रही है।
वो उस सफेदी की वजह से रुक जाएगी और काम लाइट पर्दे तक पहुंचेगी इसलिए आपको धुंधला दिखना शुरू हो जाता है। और साथ ही निकट दृष्टि दोष (myopia), दूरदर्शिता (hyperopia) या दृष्टिवैषम्य (astigmatism) साथ रोशनी गलत तरीके से मुड़ी हुई होती है, जिसके वजह से नजर धुंधली होना शुरू हो जाती है। चश्मा या संपर्क लेंस दृष्टि को सही कर सकते हैं।
लेसिक के लिए सही उम्मदीवार – Right Candidate for LASIK
अपने डॉक्टर से बात करें कि क्या लैसिक आपके लिए सही है। आपको सर्जरी नहीं करवानी चाहिए यदि आप:
- आप ये सर्जरी नहीं करवा सकते है अगर आपकी उम्र 18 साल से नीचे है.
- या आपका नंबर अभी भी बदल रहा हो।
- या आपका नंबर -10 से ज्यादा है या +6 से ज्यादा है।
- अगर आपका बेलनाकार संख्या – या +4 से ज्यादा है तो आप लेसिक नहीं करवा सकते है।
- इसके अलावा आपको कोई बीमारी है जिससे आपका इम्यून तंत्र कमजोर हो।
- या आपको प्रतिरक्षादमनकारी दवाएं ले रहे है तो आपका लेसिक नहीं हो सकता है।
- अगर आप गर्भवती औरत हो और स्तनपान कराने वाली महिलाएं भी लेसिक सर्जरी नहीं करवा सकती।
लेसिक सर्जरी से पहले की प्रक्रिया – Pre-Lasik surgery
- लेसिक के दीर्घकालिक परिणाम उन लोगों में सबसे अच्छे होते हैं, जिनका सर्जरी से पहले ध्यान से मूल्यांकन किया जाता है ताकि यह सुनिश्चित कर सके की प्रक्रिया के लिए अच्छे उम्मीदवार हैं।
- अगर आप संपर्क लेंस पहनते हैं, जो आपके पुतली के आकार को बदल सकते हैं। तो आपको अपने मूल्यांकन और सर्जरी से कम से कम कुछ हफ्ते पहले उन्हें पहनना पूरी तरह से बंद कर देना होगा और सिर्फ चश्मा पहनना होगा। आपका डॉक्टर आपके संपर्क के प्रकार और आप कितने समय से संपर्क लेंस पहनने वाले हैं, उसके लिए विशिष्ट दिशानिर्देश प्रदान करते हैं।
- मूल्यांकन के दौरान आपका आंख डॉक्टर आपके मेडिकल और सर्जिकल इतिहास के बारे में पूछेंगे और आपकी नजर का मूल्यांकन करने और यह अंदाजा करने के लिए कि क्या आप सुरक्षित प्रक्रिया से गुजर सकते हैं, इसके बारे में आपका एक व्यापक नेत्र परीक्षा लेंगे। आपका डॉक्टर इन संकेत की तलाश करेंगे। जैसे की:
– आंख का संक्रमण (Eye infection)
– सूजन और जलन (Inflammation)
– सूखी आंखें (Dry eyes)
– बड़ी पुतली (Large pupils)
– उच्च नेत्र दबाव (High eye pressure) - आपका आंख का डॉक्टर आपके कॉर्निया को भी मापा करते है, जिससे उसके आकार, रूप-रेखा, मोटाई और किसी भी अनियमितताओं को नोट करते है। आंख के डॉक्टर करते है कि आपके कॉर्निया के किस क्षेत्र को फिर से आकार देने की जरूरत है और साथ ही कॉर्निया से निकालने के लिए ऊतक के सटीक मात्रा पता करते है।
- डॉक्टर आमतौर पर लेसिक सर्जरी से पहले आपकी आंख का विस्तार से मूल्यांकन करने के लिए वेवफ्रंट-निर्देशित टैकनोलजी का इस्तेमाल करते हैं। इस टेस्ट में एक स्कैनर आपकी आंख के टपाग्रफी मैप के समान एक अत्यधिक विस्तृत चार्ट बनाता है। माप जितना ज्यादा विस्तार होगा, उतना ही आपके आंख का डॉक्टर के लिए कॉर्नियल ऊतक को हटाना उतना ही सटीक होगा।
सर्जरी से पहले आपका डॉक्टर लेसिक सर्जरी के जोखिम और लाभ पर चर्चा करेगा। सर्जरी से पहले और बाद में क्या उम्मीद करनी चाहिए और आपके कोई प्रश्न हो सकते हैं।
लेसिक सर्जरी के दौरान की प्रक्रिया – Procedure during LASIK surgery
लेसिक सर्जरी की प्रक्रिया के बारे में विस्तार जानते है:
- लेसिक में सबसे पहले ड्रॉप डालकर आपकी आँखों को सुन किया जाता है।
- उसके बाद एक चिमटी लगा के आँखों को स्थिर किया जाता है।
- उसके बाद आँखों के ऊपर एक सक्शन विंग लगाया जाता है। जिससे हमारी आंख का दवाब बढ़ जाता है।
- इस स्टेप मे आपको थोड़ा बेचैनी महसूस हो सकता है। कुछ सेकंड के लिए आपको लाइट दिखना बंद हो जाएगी।
- इसके बाद एक फैल्प बनाया जाता है। या तो microkeratome से या लेज़र से बनाया
- फिर जो कॉर्नियल बेड है उस पर लेज़र की किरणे डाली जाती है. ताकि कॉर्नियल को फिर से आकार मे लाया जाये।
- फिर इस फ्लैप को एक तरफ उठाकर स्थिर रख देते है।और आखिर में इस फ्लैप को कॉर्निया पर वापस रख दिया जाता है. ताकि वो फिक्स हो जाये।
- लेसिक सर्जरी के बाद कुछ डॉक्टर पसंद करते है की आपकी आंख को पैच करना ताकि आप उसको रगड़े ना। पर आमतौर पर इसकी कोई जरूरत नहीं होती है।
सर्जरी के बाद की प्रक्रिया – Post Surgery Procedure
- सर्जरी के तुरंत बाद आपकी आंख में खुजली हो सकती है, किरकिरा महसूस हो सकते है, जलन हो सकती है और पानी आ सकता है। आपको शायद धुंधली दृष्टि होगी। आप आमतौर पर थोड़ा दर्द का अनुभव करेंगे।
- प्रक्रिया के बाद कई घंटों तक आपको आराम से रखने के लिए आपको दर्द की दवा या आंख की ड्रॉप दी जा सकती है। आपका आंखों के डॉक्टर भी आपको रात में अपनी आंख पर एक शील्ड पहनने के लिए कह सकते है जब तक कि आपकी आंख ठीक न हो जाए।
- सर्जरी के बाद आपकी दृष्टि स्थिर होने में 3 से 6 महीनें तक का समय लग सकता है। और हो सकता है की सर्जरी के बाद पहले कुछ महीनों के दौरान, आप अपनी नजर में उतार-चढ़ाव महसूस करेंगे।
- आपके नजर में सुधार के संभावना आंशिक रूप से इस बात पर आधारित है कि सर्जरी से पहले आपकी नजर कितनी अच्छी थी।
सर्जरी के एक से दो दिन बाद आपको अपने आंखों के डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट होगी। वो देखेंगे कि आपकी आंख कैसे ठीक हो रही है और जटिलताएं की जांच करेंगे।
सर्जरी के बाद पहले छः महीनों के दौरान अन्य अनुवर्ती अपॉइंटमेंट की योजना बनाएं जैसा कि आपका डॉक्टर सलाह देते है। - ऑपरेशन के बाद ज्यादा सावधानी नहीं है. जैसै की:
1. ऑपरेशन के बाद हम लोग कहते है की एक हफ्ता पानी से थोड़ा दूर रहे। क्योंकी आंखों में पानी नहीं जाना चाहिए।
2. एक हफ्ता थोड़ा धूल मिटी से दूर रहने की कोशिश करे।
3. एक हफ्ता अपने आँखों पर तनाव ना डाले।
4. बहुत ज्यादा व्यायाम ना करे।
5. बहुत ज्यादा कंप्यूटर का उपयोग ना करे।
6. अपनी आंख को रगड़ने या धक्का देने से बचें।
निष्कर्ष– Conclusion
लेसिक सर्जरी जैसा अहम फैसला लेने के लिए आपको कई बातों पर ध्यान देने के अलावा अपने डॉक्टर से विचार करना चाहिए। साथ ही जानने की कोशिश करें कि क्या यह आपके लिए सही विकल्प है। हालांकि, यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है कि आप लेसिक सर्जरी करवाना चाहते हैं या नहीं। इस पोस्ट में लेसिक सर्जरी के दौरान होने वाली प्रक्रिया और उसके बाद के प्रक्रिया के बारे में बताया गया है। इसलिए, अगर आप भी लेसिक सर्जरी करवाना चाहते हैं, तो आपके लिए यह पोस्ट बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।
आई मंत्रा – Eye Mantra
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