आँखों के पीछे सिरदर्द: कारण और उपचार – Aankhon Ke Peeche Sirdard: Kaaran Aur Upchaar

Headache behind the eyes

आँखों के पीछे सिरदर्द क्या है? Aankhon Ke Peeche Sirdard Kya Hai?

आँखों के पीछे दर्द की समस्या बहुत आम है और इसे कई तरह से लिया जा सकता है। इस समस्या में आँखों के तनाव से लेकर माइग्रेन तक कई नकारात्मक स्वास्थ्य परिणाम सामने आ सकते हैं। यह ज़रूरी नहीं है कि यह दोनों साइडों को प्रभावित करे, यह एक तरफ भी या दोनों तरफ भी हो सकता है। यह कई प्रकार की असुविधाओं के साथ होता है, जिनमें सबसे आम समस्या है हल्की संवेदनशीलता। एक नेत्र रोग विशेषज्ञ या डॉक्टर आँखों के पीछे के दर्द के मूल कारण की पहचान कर सकते हैं और आपको इसके लिए सर्वोत्तम उपचार की सलाह दे सकते हैं।

आँखों के पीछे दर्द का कारण – Aankhon Ke Peeche Dard Ka Kaaran

Causes of pain behind the eyes
आँखों के पीछे दर्द का कारण

अगर आपको भी आँखों के पीछे दर्द की समस्या है, तो उसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं, जैसे-

आँख पर जोर

ज्यादा देर तक कम्प्यूटर या मोबाइल जैसी किसी स्क्रीन पर फोकस करने से आँखों में खिंचाव आ जाता है और जिससे नज़र खराब हो जाती है। आँखों में खिंचाव किसी एक आँख में या फिर दोनों आँखों में भी हो सकता है। जो व्यक्ति इससे प्रभावित होता है, उस व्यक्ति की आँखों में दर्द के साथ-साथ आँखों की पीछे सिरदर्द, धुंधली दृष्टि आदि समस्याएं होना शुरू हो जाती हैं। आँखों में खिंचाव के प्रमुख कारण हैं:

  • ऑप्टिक न्यूरिटिस- ऑप्टिक तंत्रिका की सूजन
  • स्केलेराइटिस- आँख के सफेद हिस्से में सूजन
  • ग्लूकोमा– ऑप्टिक तंत्रिका को प्रभावित करने वाली बीमारी
  • ग्रेव्स रोग- एक ऑटोइम्यून डीज़ीज़ 

इसके अन्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • आँखों में खुजली और जलन होना
  • आँखें गीली हो जाना
  • धुंधली दृष्टि हो जाना
  • आँखों का तनाव बहुत गंभीर नहीं होता है, यदि आप उचित आराम और नींद लेते हैं, तो यह आमतौर पर दूर हो जाते हैं। 

माइग्रेन 

यह समस्या अकसर सिरदर्द और आँखों के आसपास दर्द से शुरू होती है। इसका दर्द आपके सिर के पिछले हिस्से तक भी फैल सकता है। जो लोग माइग्रेन के दर्द से प्रभावित होते हैं, वह अकसर दर्द शुरू होने से पहले कुछ दृश्य संकेतों जैसे फ्लैशलाइट के बारे में शिकायत करते हैं। माइग्रेन में आपको बहती नाक या कंजेशन की भी शिकायत हो सकती है। आपको लाइट और साउंड के प्रति संवेदनशीलता भी महसूस हो सकती है। माइग्रेन का सिरदर्द आमतौर पर कई घंटों या कई दिनों तक रहता है। माइग्रेन के अन्य कारण इस प्रकार हैं:

  • तनाव या चिंता होना
  • नींद की कमी या सोने का गलत तरीका
  • मासिक आना
  • शराब या सिगरेट की तेज गंध आना 

इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं: 

  • आँख में दर्द होना
  • सिर चकराना
  • जी मिचलाना
  • मूड में बदलाव
  • धुंधली दृष्टि 

साइनस 

साइनस इंफैक्शन आँखों, नाक और गालों के आसपास सिरदर्द पैदा कर सकता है। आपको बुखार, कंजेशन और नाक से स्राव की समस्या भी हो सकती है। इसलिए साइनस सिरदर्द दुर्लभ हैं, जिसे अकसर माइग्रेन और क्लस्टर सिरदर्द समझ लिया जाता है।इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  • नाक बंद हो जाना
  • थकान महसूस होना
  • ऊपरी दांतों में खुजली होना

इसके प्रमुख कारण हैं:

  • यह साइनस में फंसे बैक्टीरिया और वायरस के परिणामस्वरूप हो सकता है।
  • डेंटल सर्जरी से साइनस में दर्द और दबाव भी हो सकता है। 

क्लस्टर सिरदर्द 

यह आँखों के आसपास और आमतौर पर केवल एक आँख के आसपास गंभीर दर्द का कारण बनता है। यह अकसर अलग-अलग चक्रों में आता है और आपको हफ्तों या महीनों तक नियमित रूप से क्लस्टर सिरदर्द हो सकता है, लेकिन उसके बाद इससे कुछ राहत मिल जाती है। कभी-कभी यह बेहद दर्दनाक हो जाता है, जिस वजह से चेहरा काफी लाल हो जाता है। इसका असर एक घंटे तक चलता है और इतना मजबूत होता है कि आप बेचैन हो जाते हैं और स्थिर रहने में असमर्थ हो जाते हैं। ये दर्द बहुत आम नहीं हैं और आमतौर पर यह पुरुषों में पाया जाता है। इसके आम लक्षणों में शामिल हैं-

  • भरी हुई या बहती नाक
  • आँसू और लाल आँखें
  • अत्यधिक पसीना

क्लस्टर सिरदर्द के प्रमुख कारण के बारे में डॉक्टर निश्चित नहीं हैं, क्योंकि वे बहुत ही असामान्य हैं। हालांकि कुछ शोधों के अनुसार इसे एक अनुवांशिक घटक कहा जाता है और इससे कुछ लोगों को दूसरों की तुलना में अधिक खतरा हो सकता है। 

तनाव सिरदर्द 

यह सिरदर्द का सबसे आम प्रकार है। यह आमतौर पर दोनों तरफ, सिर के सामने और आँखों के पीछे होता है। यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम समस्या है। यदि यह 3 महीने या उससे अधिक समय तक जारी रहता है, तो डॉक्टर इसे पुराने सिरदर्द के रूप में वर्गीकृत करते हैं। तनाव सिरदर्द भी हमारे सिर में कोमलता पैदा कर सकता है। इसका दर्द माथे में कम होकर गर्दन में बढ़ सकता है। इसके कुछ प्रमुख कारण हैं-  

  • तापमान का ठंडा होना
  • एक स्क्रीन को लंबे समय तक देखना और आँखों का तनाव होना
  • लंबी ड्राइविंग करना 
  • गर्दन में मांसपेशियों का सिकुड़ जाना 

आँखों के पीछे सिरदर्द का घरेलू उपचार – Aankhon Ke Peche Sirdard Ka Gharelu Upchaar

अगर आपके आँखों के पीछे सिरदर्द ज़्यादा गंभीर नहीं है, तो इसका घर पर आसानी से इलाज किया जा सकता है। लेकिन अगर यह आप पर और आपके काम पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है, तो फिर आपको किसी डॉक्टर की सलाह लेने की ज़रूरत है। कैफीन और आइस पैक माइग्रेन के सिरदर्द से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। एक तनाव सिरदर्द के लिए आप गर्म पानी से स्नान कर सकते हैं और दर्द दूर होने तक आराम कर सकते हैं। यह तनाव से छुटकारा पाने में भी मदद करता है। अपने शरीर को फिट रखने के लिए आपको कुछ शारीरिक गतिविधि या योग करना चाहिए। अपने नियमित भोजन को न छोड़ें क्योंकि यह आपके शरीर को कमजोर कर सकता है। यदि आपको साइनस का संक्रमण है, तो भाप लें यानी बर्तन में गर्म और नम पानी में सांस लें क्योंकि यह नाक में फंसी गंदगी से छुटकारा पाने में मदद करता है। यदि आपकी आँखों में खिंचाव है, तो उचित आराम करें या आप कृत्रिम आँसू (आर्टिफिशियल टियर्स) का उपयोग भी कर सकते हैं क्योंकि यह आपकी आँखों को तरोताजा कर देगा। इसके अलावा यह सुनिश्चित करें कि आप नियमित जांच के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं क्योंकि आगे की किसी भी जटिलता से बचने के लिए आपके विजन प्रिस्क्रिप्शन को अप टू डेट होना चाहिए। 

आँखों के पीछे सिरदर्द के लिए दवाएं – Aankhon Ke Peche Sirdard Ke Liye Dawaaein

डॉक्टर आपके हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करने और मांसपेशियों को आराम देने के लिए एंटीडिप्रेसेंट लेने की सलाह दे सकते हैं। साइनस संक्रमण के लिए आपको जमी हुई नाक से छुटकारा पाने के लिए नैसल स्प्रे भी निर्धारित किया जा सकता है। स्प्रे का इस्तेमाल दिन में 3-4 बार से ज्यादा न करें। आपकी स्थिति के आधार पर आपके डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक्स लिख सकते हैं। कोई भी दवा बिना किसी डॉक्टर की सलाह के ना लें और आँख के पीछे दर्द को रोकने के लिए नीचे बताए गए कारकों से बचें, जैसे- 

  • बहुत ज़्यादा शोर 
  • स्ट्रॉंग परफ्यूम
  • शराब
  • तेज़ रोशनी
  • नींद की कमी
  • भूख 
  • तनाव 

कभी-कभी आँखों के पीछे सिरदर्द काफी असहज और दर्दनाक हो सकता है। ऐसा इसके अलग-अलग लक्षणों और कारणों के साथ होता है। इसके कारण और उसकी समस्या की पहचान करना इसके उपचार की दिशा में पहला कदम है। 

डॉक्टर से कब मिलें – Doctor Se Kab Milein

अगर आपको बार-बार आँखों के पीछे दर्द होता है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आपको आँखों की जांच भी करवानी पड़ सकती है और सिरदर्द का कारण जानने के बाद ही आपको आवश्यक उपचार निर्धारित किया जाएगा। यह समस्या आपकी दिनचर्या को भी बिगाड़ सकती है और आपको चक्कर और मिचली जैसा भी महसूस करा सकती है। यदि यह परेशानी एक सप्ताह से अधिक समय तक बनी रहे, तो फिर आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। आँखों के पीछे सिरदर्द के मूल कारण का पता लगाने के लिए डॉक्टर आपकी आँखों की जांच करेंगे और फिर इलाज के लिए आगे बढ़ेंगे। 

निष्कर्ष – Nishkarsh 

आँखों से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए हमारी वेबसाइट Eyemantra.in पर जाएँ। अगर आप आईमंत्रा के साथ अपनी अपॉइंटमेंट बुक करना चाहते हैं, तो +91-9711115191 पर कॉल करें या फिर आप हमें [email protected] पर मेल भी कर सकते हैं। अनुभवी नेत्र रोग विशेषज्ञों की हमारी टीम आपकी आँखों की सुरक्षा के लिए सर्वोत्तम विकल्पों की सलाह देगी। हम रेटिना सर्जरी, स्पेक्स रिमूवल, लेसिक सर्जरी, स्क्विंट, मोतियाबिंद सर्जरी, ग्लूकोमा सर्जरी जैसी विभिन्न सेवाएं भी प्रदान करते हैं। 

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